वाराणसी। उत्तर प्रदेश में बाल श्रम के खिलाफ योगी सरकार का अभियान लगातार जारी है। अभियान के तहत ना सिर्फ बाल श्रमिकों को मुक्त कराया जा रहा है, बल्कि इनसे मजदूरी कराने वालों की नकेल भी कसी जा रही है। 2017 में यूपी की सत्ता संभालने के बाद अबतक वाराणसी में ही 1218 बाल एवं किशोर श्रमिकों को मुक्त कराया गया है। इसके साथ ही 565 लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की है। देश के भविष्य मासूम बच्चों का शोषण करने वालों के खिलाफ योगी सरकार बेहद सख्त है। प्रदेश की बागडोर संभालने के साथ ही सरकार ने बच्चों से मजदूरी कराने वालों के खिलाफ अपना रुख स्पष्ट कर दिया था। सहायक श्रमायुक्त देवव्रत यादव ने बताया कि वाराणसी में बाल श्रम के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है। इसमे 69 बाल श्रमिक 1,145 किशोर श्रमिक को मुक्त कराकर 565 लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। 2017 से 2023 फरवरी तक मुक्त कराये गए बाल श्रमिक व किशोर श्रमिक और वादों के आंकड़े।
वर्ष — बाल श्रमिक —किशोर श्रमिक — वादों की संख्या
2017 -18 – 18 – 78 – 42
2018 -19 – 29 – 45 – 57
2019 -20 – 05 – 179 – 101
2020 -21 – 04 – 224 – 105
2021 -22 – 01 – 132 – 60
2022 -23 – 12 – 487 – 200
(फरवरी)