Manipur: हिंसा के आग में जलते हुए मणिपुर को चार महीने हो गए है। लेकिन वहां पर जारी नस्लीय हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है।आए दिए कहीं न कहीं उपद्रवी हिंसा की आग भडंका दे रहे है। यहां तेंगनौपाल जिले में शुक्रवार सुबह से ही भीषण गोलीबारी जारी है। गोलीबारी तेंगनौपाल जिले के अंतर्गत जनरल क्षेत्र मोनलोई, पल्लेल में हो रही है। इस बीच, ग्रामीणों ने आश्रय कैंप पर हमले की कोशिश की, जिस पर बीएसएफ के जवानों ने तुरंत कार्रवाई की। अभी तक इसमें किसी के हताहत की खबर नहीं है।
मिली जानकारी के अनुसार, शुक्रवार सुबह करीब 6.15 बजे असम राइफल्स, संदिग्ध मैतेई और कुकी उपद्रवियों के बीच भीषण फायरिंग हुई। इसमें गोलियों के साथ बम के गोले भी दागे गए। असम राइफल्स के जवान उपद्रवियों का डटकर मुकाबला कर रहे हैं और जवाबी कार्रवाई कर रहे हैं। यह गोलीबारी शुक्रवार सुबह करीब 6.15 बजे तेंगनौपाल जिले के अंतर्गत जनरल क्षेत्र मोनलोई, पल्लेल में हुई।
बताया गया कि गोलाबारी की घटना के बीच, मोनलोई, पल्लेल क्षेत्रों के आसपास के गांवों के भारी संख्या में कुकी ग्रामीण बीएसएफ के नेमखोचिन मेमोरियल स्कूल, पल्लेल तेंगनौपाल जिले के सीएचक्यू स्थान पर पहुंचे। यहां 200 से 250 से अधिक की संख्या में लोगों आश्रय दिया गया है। भीड़ ने आश्रय कैंप पर हमले की कोशिश की। बीएसएफ के जवानों ने उनको पहले समझाने की कोशिश की लेकिन भीड़ उग्र होने लगी। लोगों की सुरक्षा और भीड़ को तितर-बितर करने के लिए बीएसएफ के जवानों को फायरिंग करनी पड़ी। इसमें किसी के हताहत की कोई खबर नहीं है।