Jabalpur news: मध्य प्रदेश के जबलपुर में जीएसटी विभाग के डिप्टी कमिश्नर को रिश्वत लेते हुए सीबीआई ने रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। डिप्टी कमिश्नर कपिल कांबले ने दमोह के पान मसाला व्यापारी त्रिलोक चंद सेन से रिश्वत मांगी थी। इसकी पहली किश्त के तौर पर पैसे वसूले जा रहे थे। लेकिन उससे पहले ही सीबीआई ने कांबले को रंगे हाथों पकड़ लिया।
आपको बता दें कि दमोह के नोहटा में स्थित पान मसाला फैक्ट्री में 19 मई को जीएसटी विभाग ने छापा मारा था। वहां जीएसटी भरने में टैक्स चोरी का मामला पकड़ा गया था। मसाला फैक्ट्री संचालक त्रिलोक चंद सेन का कहना है, उनका व्यापार 2 साल से घाटे में चल रहा है। घाटे के कारण उन्होंने टैक्स जमा नहीं किया था। इसलिए जीएसटी विभाग ने उनकी फैक्ट्री और कार्यालय सील कर दिया था। गरीबी में आटा गीला हो गया था। इसके बाद जीएसटी ने 10 लाख रुपये जमा करने के निर्देश दिए थे। कड़ी कार्रवाई ना करने के बदले उनसे 1 करोड़ रुपए रिश्वत मांगी गई थी।
वहीं, मसाला फैक्ट्री संचालक त्रिलोक चंद सेन ने बताया कि बातचीत के बाद मामला 45 लाख में तय हो गया था। वो 35 लाख रुपए रिश्वत के रूप में दे चुके हैं। बकाया टैक्स और जुर्माने के साथ 10 लाख रुपए भी जमा किए। लेकिन फिर भी उनकी फैक्ट्री और कार्यालय को जीएसटी अफसर नहीं खोल रहे थे। वो लगातार एक करोड़ की पूरी रिश्वत मांग रहे थे। जीएसटी विभाग द्वारा रिश्वत के लिए परेशान करने के कारण उन्होंने सीबीआई में शिकायत कर दी।
बता दें कि सीबीआई और त्रिलोकचंद के बीच तय प्लान के मुताबिक त्रिलोकचंद सेन रिश्वत की बाकी रकम लेकर डिप्टी कमिश्नर कपिल कांबले के पास पहुंचे तो सीबीआई ने उन्हें रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया। सीबीआई जांच जारी है। कांबले के सर्विस रिकॉर्ड की भी जांच की गई और प्रकरण तैयार किया गया।