नई दिल्ली। इंजीनियरिंग, मैनेजमेंट, फार्मेसी, आर्किटेक्चर क्षेत्र में पढ़ाई करने वाले एक करोड़ छात्रों को वर्ष 2025 तक इंटर्नशिप मिलेगी। अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) तकनीकी प्रोग्राम के छात्रों को यह इंटर्नशिप का प्लेटफार्म मुहैया करवाएगा। इसमें शहरी के अलावा ग्रामीण और आदिवासी क्षेत्रों के छात्रों को सबसे अधिक लाभ मिलेगा। एआईसीटीई के अध्यक्ष प्रो. अनिल सहस्रबुद्धे ने कहा कि इंटर्नशिप समय की मांग है। इसमें बीटेक पहले से चौथे वर्ष के छात्रों को भाग लेने का मौका मिलेगा। पिछले पांच साल में पांच लाख इंटर्नशिप आयोजित की गई थीं। जबकि तीसरे इंटर्नशिप दिवस के मौके पर बुधवार को एक ही दिन में छात्रों को 6.1 लाख इंटर्नशिप से जोड़ा है। वहीं वर्ष 2025 तक एआईसीटीई ने 1 करोड़ इंटर्नशिप प्रदान करने की योजना बनाई है। छात्रों को रोजगार से जोड़ने के लिए सभी प्रकार की कंपनियों से बात की जाएगी। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने शैक्षणिक सत्र 2021-22 से स्नातक डिग्री प्रोग्राम में अनिवार्य इंटर्नशिप योजना को मंजूरी दी है। इसे सभी कॉलेज, तकनीकी कॉलेजों समेत उच्च शिक्षण संस्थानों को लागू करनी अनिवार्य है। इसके तहत संस्थानों में पंजीकृत छात्रों को इंटर्नशिप से जोड़ना अनिवार्य रहेगा। इसमें पढ़ाई के साथ-साथ छात्रों को रोजगार और अपने काम शुरू करने की तैयारी करवाना मकसद है।