Lucknow: सोमवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में ड्रग तस्करी एवं राष्ट्रीय सुरक्षा विषयक क्षेत्रीय सम्मेलन का आयोजन हुआ। जिसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ नशामुक्ति को लेकर यूपी सरकार द्वारा किए गए जा रहे प्रयासों का जिक्र किया।
सम्मेलन में सीएम योगी ने कहा कि कि मादक पदार्थों से न केवल देश की युवा पीढ़ी का नुकसान हो रहा है, बल्कि यह समाज व राष्ट्र की भी क्षति हो रही है। इसलिए इन पर प्रभावी रोक लगाया जाना आवश्यक है। उत्तर प्रदेश में इस दिशा में प्रतिबद्धता के साथ प्रभावी कार्रवाई की जा रही है। उत्तर प्रदेश ने मादक पदार्थों के विरुद्ध जीरो टॉलरेन्स की नीति अपनायी है। नशा मुक्त भारत बनाने की भारत सरकार की कटिबद्धता में पूरा सहयोग देने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार तत्पर है।
सीएम योगी ने कहा कि इस क्षेत्रीय सम्मेलन के मौके पर आप सभी की वर्चुअल उपस्थिति में उत्तर प्रदेश राज्य में कुल 984 अभियोगों के तहत कुल 4146.75 किलोग्राम मादक पदार्थों का निस्तारण किया गया है। गृह मंत्री के दिशानिर्देशों के क्रम में उत्तर प्रदेश में एनकॉर्ड की राज्य स्तरीय समिति तथा सभी 75 जनपदों में जिला स्तरीय समिति का गठन किया जा चुका है।
प्रदेश में एनकॉर्ड की राज्य स्तरीय समिति की कुल 4 बैठकें हुई हैं। प्रथम राज्य स्तरीय बैठक में एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स के गठन का निर्णय लिया गया। द्वितीय बैठक में आबकारी नीति में बदलाव करते हुए सभी रेस्टोरेंट,पब और बार आदि पर स्टील प्लेटेड चेतावनी बोर्ड लगवाना अनिवार्य किया गया। तृतीय बैठक में एडवांस्ड डाटा प्रोसेसिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट और अफीम पोस्त फसल की सेटेलाइट मैपिंग और विनष्टीकरण का निर्णय लिया गया।
मुख्यमंत्री स्तरीय समिति की बैठक में सभी जनपदों में एनकॉर्ड के गठन और जिला स्तरीय समिति की नियमित बैठकों के आयोजन के निर्देश दिए गए। सभी 75 जनपदों में एनकॉर्ड का गठन कर लिया गया है। एनकॉर्ड की जिला स्तरीय समिति की वर्ष 2023 में अब तक कुल 153 बैठकें हुई हैं।
नशे के समूल नाश के लिए नशा मुक्ति जागरूकता अभियान और प्रवर्तन की कार्यवाही साथ-साथ चलाया जाना प्रभावी सिद्ध हो रहा है। एनडीपीएस अधिनियम के सर्वाधिक लम्बित मुकदमों वाले शीर्ष 10 जनपदों में विशेष न्यायालय का गठन की कार्रवाई चल रही है। बीते वर्ष 04 अगस्त, 2022 को एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (एएनटीएफ) का गठन किया गया। एएनटीएफ को सर्च, विवेचना, कुर्की, अभिरक्षा, गिरफ्तारी, जब्तीकरण की शक्तियां प्राप्त हैं। पुलिस महानिरीक्षक स्तर के अधिकारी को एएनटीएफ का प्रमुख बनाया गया है। एएनटीएफ की 02 विंग ऑपरेशन्स और मुख्यालय/प्रशासन हैं। इनमें पुलिस अधीक्षक, अपर पुलिस अधीक्षक व पुलिस उपाधीक्षक के अधिकारी तैनात किए जाने की व्यवस्था है।
एएनटीएफ में 03 ऑपरेशन्स यूनिट हैं। इन्हें 03 क्षेत्रों-पश्चिमी क्षेत्र, मध्य क्षेत्र, पूर्वी क्षेत्र में विभाजित किया गया है। पश्चिमी क्षेत्र में मेरठ जोन, बरेली जोन व आगरा जोन, मध्य क्षेत्र में लखनऊ जोन व कानपुर जोन तथा पूर्वी क्षेत्र में प्रयागराज जोन, गोरखपुर जोन व वाराणसी जोन सम्मिलित हैं। प्रथम चरण में गोरखपुर, मेरठ व बाराबंकी में एएनटीएफ थानों तथा द्वितीय चरण में झांसी, सहारनपुर, गाजीपुर में एएनटीएफ थानों का गठन किया गया है।
प्रदेश में मादक पदार्थों के विरुद्ध कार्यवाही जीरो टॉलरेंस की नीति के साथ लगातार की जा रही है। प्रदेश में मादक पदार्थों के विरुद्ध कार्यवाही करते हुए वर्ष 2020 से जून, 2023 तक कुल 35,775 अभियोगों में कुल 39,344 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया तथा कुल 02 लाख 13 हजार 726 किलोग्राम से अधिक मात्रा के मादक पदार्थों की बरामदगी की गयी।
एएनटीएफ ने प्रदेश में अगस्त, 2022 में अपने गठन के पश्चात कुल 40 अभियोगों में कुल 108 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया तथा लगभग 6,569 किलोग्राम मादक पदार्थों की बरामदगी की। एएनटीएफ ने वर्ष 2023 में जनपद आगरा में 02 तथा जनपद बरेली में 01, कुल 03 मादक पदार्थों के कारखानों का ध्वस्तीकरण किया।
एसटीएफ द्वारा वर्ष 2021 से माह जून, 2023 तक कुल 460 व्यक्तियों की गिरफ्तारी करते हुए कुल 44,455 किलोग्राम से अधिक मादक पदार्थों की बरामदगी की गयी। उत्तर प्रदेश में सतत प्रक्रिया के तहत वर्ष 2022 व वर्ष 2023 में अब तक कुल 01 लाख 08 हजार 289 अभियोगों में कुल 4,631 किलोग्राम से अधिक मादक पदार्थों का निस्तारण किया गया है।
सीएम योगी ने कहा कि नशा मुक्ति जागरूकता अभियान को गति देते हुए प्रदेश में कुल 22 नशा निर्व्यसन केन्द्र क्रियाशील हैं। अन्तरराष्ट्रीय नशा निरोधक दिवस 26 जून, 2023 को एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स एवं प्रदेश के समस्त जनपदों के पुलिस कार्यालयों पर शपथ ग्रहण कार्यक्रम आयोजित हुआ।
मादक पदार्थों के सेवन के विरुद्ध जागरूकता अभियान के अन्तर्गत नुक्कड़ सभाओं, रैलियों, शपथ, खेलकूद, मोटर साइकिल रैली आदि कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं। सिनेमा घरों, एफएम रेडियो और ट्रैफिक कंट्रोल रूम द्वारा मादक पदार्थों की रोकथाम हेतु संदेश का प्रसारण भी किया जा रहा है।