Varanasi: वाराणसी के ज्ञानवापी परिसर में पहले चरण का सर्वे पूरा हो गया है। प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद ज्ञानवापी मस्जिद का तहखाना खोला गया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हिंदू पक्ष की ओर से तहखाने में 4 फीट मूर्ति, दो फीट के त्रिशूल के मिलने का दावा किया गया है। साथ ही पांच कलश भी मिले हैं। कमल का निशान दीवारों पर उभरा मिला है। मूर्ति के कालखंड की जांच की जा रही है।
मां शृंगार गौरी मुकदमे की वादिनी चार महिलाओं के अधिवक्ता सुधीर त्रिपाठी ने बताया कि नंदी के सामने जो व्यास जी का तहखाना है, वहां से मूर्तियों के अवशेष मिले हैं। हिंदू पक्ष की पैरोकार सीता साहू ने बताया कि एक मूर्ति मिली है। माप लिया गया है। घास साफ करके मूर्ति निकाली गई है। एएसआई की टीम अपना काम कर रही है। एएसआई गहराई से अध्ययन करते हुए बारीकी से सर्वेक्षण कर रही है। मुस्लिम पक्ष पूरी तरह से सहयोग कर रहा है। पश्चिमी दीवार को देख और समझ कर सर्वे के किए एक्सपर्ट्स की टीम लगी हुई है। यह सर्वेक्षण अधिवक्ता आयुक्त की कमीशन की कार्रवाई से बहुत ही अलग है। इसका स्वरूप व्यापक है और यहां सब कुछ वैज्ञानिक पद्धति से हो रहा है।
हिंदू पक्ष की वादिनी राखी सिंह के अधिवक्ता अनुपम द्विवेदी ने बताया कि आज मुस्लिम पक्ष पूरा सहयोग कर रहा है। मस्जिद का ताला खुलने के बाद पूरे परिसर का एएसआई की टीम बारीकी से निरीक्षण कर रही है। फोटोग्राफी और विदियोग्राफी का काम आज ज्ञानवापी के अंदर किया जा रहा है। एक-एक बात रिकॉर्ड में दर्ज की जा रही है। नंदीजी के सामने के तहखाने में गंदगी थी। एएसआई के कहने पर उसकी सफाई कराई जा रही है। एक मशीन के माध्यम से ज्ञानवापी परिसर की थ्री-डी इमेजिंग की जा रही है। ज्ञानवापी के अंदर-बाहर, ऊपर-नीचे हर जगह एएसआई के एक्सपर्ट दोनों पक्षों की मौजूदगी में आ-जा रहे हैं। दोनों पक्षों के सहयोग से सर्वे सही तरीके से आगे बढ़ रहा है।