CM Yogi: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को कांग्रेस और समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि पहले भारत को मुगलों ने लूटा, फिर अंग्रेजों ने तबाह किया, और जो कुछ बचा रह गया, कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने तबाही का नया मंजर पैदाकर देश के सामने पहचान का संकट खड़ा कर दिया.
आज डबल इंजन सरकार की साफ नीयत, स्पष्ट नीति और अपराधियों के प्रति जीरो टॉलरेंस की वजह से उत्तर प्रदेश विकास की नई ऊंचाइयों पर पहुंचा है. सीएम योगी ने एटा में 750 करोड़ रुपए की लागत से स्थापित श्री सीमेंट प्लांट के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए ये बातें कही.
कभी विकास की नहीं रही इनकी नियत: सीएम
सीएम योगी ने कहा कि कांग्रेस हो या समाजवादी पार्टी, इनकी नीयत कभी सबके विकास की नहीं रही. इन्होंने साथ तो सबका लिया, लेकिन विकास सिर्फ अपने परिवार का किया. इनके समय में न व्यापारी सुरक्षित था, न बेटी सुरक्षित थी. यही वजह रही कि देश और प्रदेश पिछड़ते चले गए. आज मोदी सरकार और डबल इंजन की यूपी सरकार ने ‘सबका साथ, सबका विकास’ के मंत्र से देश और प्रदेश को नई पहचान दी है.
पहले अपराध और माफियाओं का गढ़ था एटा
उन्होंने कहा कि 8-9 साल पहले एटा की पहचान अपराध और माफिया के गढ़ के रूप में थी. गरीबों की जमीन पर कब्जा होता था, उनकी सुनवाई नहीं होती थी. जब नागरिक की संपत्ति ही सुरक्षित न हो, तब सरकार उसके कल्याण के लिए क्या करेगी? यही स्थिति तब थी. आज एटा बेहतरीन कानून-व्यवस्था और निवेश की नई पहचान बना है. सरकार के स्तर पर जवाहरपुर थर्मल पावर प्लांट से 1,500 मेगावाट बिजली का उत्पादन हो रहा है और उसके बगल में श्री सीमेंट परिवार ने 750 करोड़ रुपए का नया प्लांट लगाया है. इससे 500 लोगों को प्रत्यक्ष और 3,000 से अधिक लोगों को अप्रत्यक्ष रोजगार मिला है.
हजारों लोगों को मिला रोजगार का अवसर
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि इस निवेश से सिर्फ सीधे रोजगार ही नहीं, बल्कि ट्रांसपोर्ट, व्यापार और डिस्ट्रीब्यूशन चैनल से जुड़े हजारों लोगों को भी काम का अवसर मिला है. यही है आत्मनिर्भर भारत की नींव, यही है विकसित भारत की आधारशिला. सीएम योगी ने कांग्रेस काल को याद करते हुए कहा कि एक समय ऐसा था, जब सीमेंट कंट्रोल से मिलता था. अगर पहुंच है तो एक बोरा मिल जाएगा, वरना चोरी-छिपे खरीदना पड़ता था. घर बनाना मुश्किल था. यही कांग्रेस की नीयत और नीति थी. विकास कैसे होता?
भारत 17वीं-18वीं सदी में था दुनिया की नंबर-1 अर्थव्यवस्था
सीएम योगी ने कहा कि भारत 17वीं-18वीं सदी में दुनिया की नंबर-1 अर्थव्यवस्था था. 1947 से 1960 तक छठे स्थान पर रहा, लेकिन कांग्रेस और समाजवादी पार्टी की नीतियों ने इसे 2014 तक 11वें स्थान पर पहुंचा दिया. मोदी सरकार ने ‘सबका साथ, सबका विकास’ का मंत्र दिया और आज भारत चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है. अगले दो वर्षों में यह तीसरे स्थान पर होगा. दुनिया के सामने भारत का नया गौरवशाली चेहरा उभरेगा. 2017 में जब उनकी सरकार बनी तो उत्तर प्रदेश देश की सातवीं अर्थव्यवस्था था.
आज यूपी बन चुकी हैं दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था
आज यूपी दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है. यह तब हुआ, जब सत्ता पोषित गुंडों-माफिया पर कार्रवाई हुई, दंगाइयों के खिलाफ कठोर कदम उठे और निवेशकों में विश्वास पैदा हुआ. उन्होंने कहा कि यूपी अब तक 45 लाख करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव आकर्षित कर चुका है, जिनमें से 15 लाख करोड़ धरातल पर उतारे गए हैं. इससे अब तक 60 लाख युवाओं को रोजगार मिला है. हाल में पुलिस बल में 60,244 युवाओं की भर्ती हुई है, जिसमें एटा के भी युवा शामिल हैं. नौकरी बिना भेदभाव, बिना चेहरा देखे, सिर्फ योग्यता के आधार पर दी जा रही है. साथ ही मुख्यमंत्री युवा योजना के तहत 70,000 युवाओं को ब्याज और गारंटी मुक्त ऋण तथा मार्जिन मनी दी गई है ताकि वे अपना उद्यम स्थापित कर सकें.
सीएम योगी ने कहा कि आज एटा की पहचान न सिर्फ सीमेंट और पावर प्लांट से है, बल्कि अपने परंपरागत उद्यम जलेसर के घंटा और घुंघरू से भी है. देवस्थान की पूजा और संगीत की महफिल, दोनों जलेसर के बिना अधूरी हैं. पीएम मोदी ने 2047 तक ‘विकसित भारत’ का लक्ष्य रखा है. इसी कड़ी में यूपी को भी विकसित करना होगा. विधानसभा और विधान परिषद में 24 घंटे लगातार बहस हुई, सेक्टर और थीम तय किए गए. अब विशेषज्ञ हर जिले में जाकर युवाओं को तैयार करेंगे और जनता के सुझावों से रोडमैप बनेगा.
उन्होंने कहा कि श्री सीमेंट सिर्फ उद्योग नहीं, बल्कि राष्ट्रीय उत्तरदायित्व भी निभा रहा है. अकेले एटा यूनिट ने अब तक 183 शहीद परिवारों को मुफ्त सीमेंट उपलब्ध कराया है. जब भारतीय जवानों ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में अपने शौर्य और पराक्रम से दुश्मनों के दांत खट्टे कर दिए, तो यह तभी संभव हुआ, जब पूरा देश एकजुट खड़ा रहा. श्री सीमेंट का योगदान इसी राष्ट्रीय भावना को मजबूत करता है. बुलंदशहर और एटा के बाद, चित्रकूट में श्री सीमेंट ने 40 मेगावाट का ग्रीन एनर्जी प्लांट लगाया है. सरकार ने उन्हें ओपन एक्सेस की सुविधा दी है ताकि वहां बनी बिजली का उपयोग यहीं हो सकें.