UP: उत्तर प्रदेश (UP) के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर में धूमधाम के रंगोत्सव मनाया और भगवान नृसिंह की आरती भी उतारी. सीएम योगी आदित्यनाथ गोरखनाथ मंदिर में ‘फूलों की होली’ में भी शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने कहा कि पिछले कई दिनों से देशभर के सनातन धर्म के अनुयायी होली जैसे त्योहार के माध्यम से अपनी 1000 साल की विरासत को आनंद और उत्साह की नई ऊंचाई पर ले जाकर इस त्योहार में हिस्सा ले रहे हैं.
वे अपनी विरासत के प्रति आभार व्यक्त करते हैं. इस अवसर पर हम इस शोभा यात्रा के जरिए समाज के हर वर्ग के लोगों को अपने उत्साह से जोड़कर समृद्ध समाज की स्थापना का संदेश देते हैं. उन्होंने कहा कि सनातन धर्म ‘वसुधैव कुटुंबकम’ में विश्वास करता है.
UP: आपसी सौहार्द की मिसाल
आपको बता दें कि होली के दिन गोरखपुर में निकलने वाली नृसिंह शोभायात्रा आपसी सौहार्द की मिसाल है. इस यात्रा में श्रद्धालु जमकर होली खेलते हैं. इसके साथ ही होली के गीत भी गूंजते है. वहीं, इस दिन होली खेलने के लिए काले व हरें रंग का प्रयोग नहीं किया जाता है. यहां केवल श्रद्धालु लाल-पीले रंगों से ही होली खेलते है और इसका श्रेय नानाजी देशमुख को जाता है.
शोभायात्रा को आयोजित करने वाली होलिकोत्सव समिति के पदाधिकारियों बताया कि नानाजी देशमुख 1939 में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रचारक बनकर गोरखपुर आए थे. इस दौरान साफ-सुथरे तरीके से होली का पर्व मनवाने के लिए 1944 में नानाजी ने कुछ युवकों को एकत्रित किया और बदलाव की दिशा में पहल की.
UP: देशभर में मशहूर नृसिंह शोभायात्रा
वहीं, 1998 से योगी आदित्यनाथ इस शोभायात्रा का नेतृत्व करने लगे तो उनके उत्सवी स्वभाव के चलते शोभायात्रा ने भव्यतम स्वरूप ले लिया और इसमें शहर के सभी प्रमुख लोग भागीदारी करने लगे. वहीं, योगी के सीएम बनने के बाद ये शोभायात्रा देश-विदेश में मशहूर हो गई है. सीएम रहने के दौरान भी हर वर्ष योगी नृसिंह यात्रा की शुरुआत करने खुद मौजूद रहते हैं.
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