Uttarakhand: उत्तर भारत के पहाड़ी राज्यों में सर्दियों की दस्तक अब साफ महसूस होने लगी है. सोमवार को उत्तराखंड से लेकर हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर तक सीजन की पहली बर्फबारी हुई, जिससे पूरा पर्वतीय क्षेत्र बर्फ की सफेद चादर में लिपट गया. बर्फबारी के बाद मौसम में अचानक बदलाव आया और तापमान में तेजी से गिरावट दर्ज की गई.
बद्रीनाथ और केदारनाथ धाम में बर्फबारी
उत्तराखंड में बर्फबारी की शुरुआत केदारनाथ धाम से हुई, जहां सोमवार दोपहर से बर्फ गिरनी शुरू हुई और देर शाम तक जारी रही. लगातार गिरती बर्फ के चलते तापमान करीब 5 डिग्री सेल्सियस तक लुढ़क गया, जिससे अक्टूबर में ही दिसंबर जैसी ठंड महसूस होने लगी. केदारनाथ के अलावा बद्रीनाथ, औली, हर्षिल, गंगोत्री और मुनस्यारी जैसे ऊंचाई वाले इलाकों में भी बर्फबारी हुई है.
तापमान 27.4 डिग्री रिकॉर्ड
उत्तराखंड के दो प्रमुख धाम बदरीनाथ और केदारनाथ समेत ऊंचाई वाले इलाकों में हुई बर्फबारी का असर मैदानी इलाकों में भी देखने को मिला. उधर मैदानी इलाकों में हुई बारिश ने ठंड का भी अहसास कराया. आंकड़ों पर नजर डालें तो दून का अधिकतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री गिरावट के साथ 27.4 डिग्री रिकॉर्ड किया गया है. वहीं, दोपहर बाद हुई तेज दौर की बारिश से न सिर्फ मौसम सुहाना हुआ, बल्कि ठंड के चलते लोगों को हल्के कर्म कपड़े भी बाहर निकल गए. हालांकि रात का न्यूनतम तापमान सामान्य से दो डिग्री अधिक रहा.
बर्फ से हुआ हेमकुंड में स्थित लक्ष्मण मंदिर का श्रृंगार
सिखों के पवित्र तीर्थ स्थल हेमकुंड में स्थित लोकपाल लक्ष्मण मंदिर का कुदरत ने अद्भुत श्रृंगार कर दिया है. लक्ष्मण मंदिर के कपाट 10 अक्टूबर को हेमकुंड साहिब के कपाट के साथ ही बंद होने हैं. ऐसे में कपाट बंद होने से पहले हेमकुंड साहिब में जबरदस्त बर्फबारी हुई है. पवित्र सरोवर सहित लक्ष्मण और गुरुद्वारा जबरदस्त बर्फ की आगोश में आ गया है. बर्फबारी की खूबसूरती मनमोहक है कि लोग इसका काफी लुफ्त उठा रहे है.
इसे भी पढ़ें:-ये 5 योगासन बढ़ाएंगे बच्चों की पढ़ाई में रुचि, याददाश्त भी होगी तेज