Kolkata: यूको बैंक के पूर्व सीएमडी सुबोध कुमार गोयल को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गिरफ्तार कर लिया है। गोयल के खिलाफ कोलकाता के एक कंपनी से जुड़े 6,200 करोड़ रुपये से अधिक बैंक ऋण धोखाधड़ी मामले में कार्रवाई की गई है।
गोयल को कॉनकास्ट स्टील एंड पावर लिमिटेड के खिलाफ जांच के मामले में गिरफ्तार किया गया। ईडी ने एक बयान में कहा कि उन्हें 17 मई को कोलकाता में विशेष धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) अदालत के समक्ष पेश करते हुए उन्हें 21 मई तक ईडी की हिरासत में भेज दिया। ईडी ने जांच के आधार पर अप्रैल में गोयल और कुछ अन्य परिसरों पर छापे मारे थे।
ऋण को बड़े पैमाने पर “डायवर्ट” और “हेरफेर” करने का मामला
धन शोधन का यह मामला सीएसपीएल को ऋण सुविधाएं स्वीकृत करने और उसके बाद 6,210.72 करोड़ रुपये (ब्याज के बिना मूल राशि) के ऋण को बड़े पैमाने पर “डायवर्ट” और “हेरफेर” करने से संबंधित सीबीआई की प्राथमिकी से उत्पन्न हुआ है।
ईडी ने दावा किया है कि यूको बैंक के सीएमडी के रूप में गोयल के कार्यकाल के दौरान, सीएसपीएल को बड़ी ऋण सुविधाएं “स्वीकृत” की गईं। जिन्हें बाद में उधारकर्ता समूह की ओर से “डायवर्ट” और “हस्तांतरित” कर दिया गया। आरोप हैं कि बदले में, गोयल को सीएसपीएल से “काफी रिश्वत” मिली।
रिश्वत को छिपाने के लिए विभिन्न संस्थाओं का लिया सहारा
ईडी के जारी बयान में रिश्वत को छिपाने और देने के लिए विभिन्न संस्थाओं का सहारा लिया गया। ईडी ने कहा, “जांच से पता चला है कि गोयल ने नकदी, अचल संपत्तियां, विलासिता के सामान, होटल बुकिंग आदि फर्जी कंपनियों, फर्जी व्यक्तियों और परिवार के सदस्यों के जरिए हासिल किए, ताकि धन के आपराधिक स्रोत को छुपाया जा सके।” ईडी की आरे से उनके खिलाफ लगाए गए आरोपों पर प्रतिक्रिया के लिए गोयल या उनके वकील से संपर्क नहीं किया जा सका। एजेंसी ने कहा कि फर्जी या नकली कंपनियों के जरिए अर्जित कई संपत्तियों की पहचान की गई है। एजेंसी की ओर से दावा किया गया है कि ये मुखौटा कंपनियां गोयल और उनके परिवार के सदस्यों के स्वामित्व या नियंत्रण में हैं।
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