लखनऊ। कोरोना संक्रमण को काबू करने और तीसरी लहर की आशंका से निपटने की तैयारियों में जुटा जिला प्रशासन कई व्यवस्थाएं करने जा रहा है। इसी क्रम में जिलाधिकारी ने सभी सीएचसी, पीएचसी व सब सेंटर का 48 घंटे में कायाकल्प करने को कहा है। अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि सीएचसी में 30 ऑक्सीजन वाले बेड, पीएचसी में चार ऑक्सीजन वाले व छह आइसोलेशन बेड और सब सेंटर में एक ऑक्सीजन वाले बेड की व्यवस्था सुनिश्चित करायी जाए। यही नहीं, तहसील, ब्लॉक, सीएचसी व पीएचसी पर कमांड सेंटर की तरह काल सेंटर स्थापित करने और दवा वितरण, ट्रेसिंग व टेस्टिंग का सात दिन का विशेष अभियान चलाने के भी निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में तहसीलवार महिलाओं व बच्चों के इलाज के लिए एक-एक डेडिकेटेड नॉन कोविड हॉस्पिटल की व्यवस्था करने के लिए भी कहा गया है। साथ ही कहा गया है कि हर गांव, हर ब्लॉक व तहसील में ऐसे स्थानों को चिह्नित किया जाए जहां पर कोविड और नॉन कोविड अंत्येष्टि स्थल स्थापित किया जा सके।
जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश ने रविवार को कोविड की रोकथाम के लिए चल रहे कार्यों की समीक्षा कलेक्ट्रेट स्थित सभागार में की।
इस दौरान उन्होंने कहा कि सभी सीएचसी, पीएचसी व सब सेंटर में रंगाई, पुताई, मरम्मत व अन्य व्यवस्थाएं 48 घंटे में पूरी न होने पर उपजिलाधिकारी व संबंधित खंड विकास अधिकारी की जिम्मेदारी तय की जाएगी। उन्होंने तहसील, ब्लाक, सीएचसी व पीएचसी स्तर पर स्थापित होने वाले कंट्रोल/कॉल सेंटर से कोविड एप्रोप्रिएट बिहेवियर की मॉनिटरिंग, निगरानी समितियों के कार्यों की मॉनिटरिंग, सैनिटाइजेशन हुआ या नही आदि कार्य सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए। यही नहीं, जिलाधिकारी ने कहा कि सीएचसी, पीएचसी व सबसेन्टर के प्रभारियों के साथ वैक्सीनेशन की प्लानिंग जैसे एंबुलेंस की व्यवस्था, बैठने का स्थान, पेयजल आदि की मूल भूत सुविधाओं पर भी बात कर ली जाए। इसके अलावा कई अन्य निर्देश भी अधिकारियों को दिए गए। उन्होंने कहा कि युद्धस्तर पर सैनिटाइजेशन व वैक्सीनेशन ड्राइव चलाई जाए और कोविड प्रबंधन के लिए चलाए जा रहे सभी अभियानों की रिपोर्ट प्रतिदिन उपलब्ध कराई जाए। ये भी दिए गए निर्देश- जिले में सात दिवसीय विशेष अभियान चला कर शत प्रतिशत होम आइसोलेशन रोगियों व कोविड लक्षण वाले लोगों को दवाओं का वितरण, कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग व टेस्टिंग करना सुनिश्चित कराया जाए। ताकि संक्रमण को शून्य किया जा सके। संक्रमण को फैलने से पूरी तरह रोकने के लिए सौ फीसदी लोगों की मेडिकल स्क्रीनिंग हो। साथ ही घर-घर, चौराहों, मंडियों, आवश्यक वस्तुओं की दुकानों व मेडिकल स्टोर पर सैनिटाइजेशन भी कराया जाए। उचित दर दुकानों पर राशन का वितरण शुरू हो गया है। सभी अधिकारी अपने-अपने क्षेत्रों में कोविड प्रोटोकॉल से वितरण सुनिश्चित कराएं। कोविड महामारी के को देखते हुए पात्र लाभार्थियों को 2 किलो चावल और 3 किलो गेंहू नि:शुल्क दिया जा रहा है। वैक्सीनेशन के लिए एक महाअभियान चलाया जाए। सभी सेंटरों पर शुद्ध पेयजल की व्यवस्था हो। वैक्सीनेशन रजिस्ट्रेशन के लिए सभी जनसेवा केंद्रों को खुलवाया जाए। निगरानी समितियां अपने क्षेत्र में होने वाले सीाी समाजिक/धार्मिक आयोजनों की मॉनीटरिंग व कोविड प्रोटोकॉल का अनुपालन सुनिश्चित कराएं। साथ ही बाहर से आने वाले लोगों पर विशेष निगाह रखते उनकी टेस्टिंग व दवा वितरण कराएं। हर सीएचसी, ब्लॉक और तहसील मुख्यालय पर कम्युनिटी किचन को शुरू किया जाए। इस किचेन में मरीजों के परिजनों, मजदूर, ठेले वाले, खोमचे वाले व निराश्रित लोगों को दो टाइम का निशुल्क भोजन उपलब्ध कराया जाए।