अयोध्या। अयोध्या की तरह प्रदेश के उन शहरों का भी विकास किया जाएगा, जहां ऐतिहासिक व धार्मिक महत्व के धरोहरों को सहेजने की जरूरत है। फिलहाल राजधानी लखनऊ समेत कुल 14 शहरों का चयन किया गया है। इन सभी शहरों के विकास के लिए जल्द ही सिटी डवलपमेंट प्लान तैयार कराया जाएगा। आवास विभाग ने इसके लिए कंसलटेंट के चयन की प्रक्रिया शुरू कर दी है। प्लान में धार्मिक व ऐतिहासिक महत्व वाले धरोहरों के साथ ही पर्यटन के लिहाज से महत्वपूर्ण स्थानों के विकास पर खास तौर पर फोकस किया जाएगा। बता दें कि पहले चरण में विकास के लिए चयनित शहरों में बहुत से ऐसी इमारतें या भवन मौजूद हैं, जिनका ऐतिहासिक महत्व है। वहीं कई शहरों में धार्मिक महत्व वाले भवन हैं, लेकिन रख-रखाव के अभाव में वह जीर्ण-शीर्ण स्थिति में पहुंच चुके हैं। ऐसी कई इमारतों तक पहुंचने के लिए रास्ता तक नहीं हैं। इसी प्रकार कई ऐसे शहर भी जो अपने पारंपरिक उत्पाद व पर्यटन के लिहाज से भी महत्वपूर्ण हैं। इसलिए सरकार का मानना है कि यदि इन शहरों में अवस्थापना विकास को बढ़ावा दे दिया जाए तो यहां ऐतिहासिक व धार्मिक धरोहरों को नया लुक देकर पर्यटन को बढ़ावा दिया जा सकता है। साथ ही रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। इसके मद्देनजर सरकार ने ऐसे शहरों में अवस्थापना विकास से लेकर अन्य तरह के कार्य कराने के लिए अलग से सिटी डेवलपमेंट प्लान तैयार कराने का फैसला किया है। सरकार की यह भी योजना है कि इन शहरों का विकास इस तरह से कराया जाए कि देश ही नहीं बल्कि विदेशी लोगों को भी इन शहरों के प्रति आकर्षित किया जा सके। आवास विभाग के एक उच्चाधिकारी के मुताबिक जल्द ही कंसलटेंट का चयन करके ‘सिटी डवलपमेंट प्लान’ तैयार कराया जाएगा और इसका प्रजेंटेशन मुख्यमंत्री को दिखाया जाएगा। वहां सहमति मिलने के बाद चयनित शहरों से संबंधित विकास प्राधिकरणों को इस संबंध में दिशा-निर्देश जारी कर दिए जाएंगे।