लखनऊ। पूर्वोत्तर रेलवे इज्जतनगर मंडल पर इज्जनगर-भोजीपुरा रेल खंड के मध्य स्थित समपार संख्या 236/बी पर 10 जून को अंतर्राष्ट्रीय समपार जागरूकता दिवस’ पर जागरूकता अभियान चलाया गया। अभियान के अंतर्गत मंडल के संरक्षा विभाग की ओर से जनजागरूकता के निमित पंफलेट, पोस्टर, स्टीकर आदि, जिन पर संरक्षा स्लोगन अंकित था, का वितरण किया गया। साथ ही सड़क उपयोगकर्ताओं को रेल समपारों पर बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में समझाया। इस अवसर मंडल रेल प्रबंधक श्री आशुतोष पंत ने बताया कि दस जून को मनाये जा रहे अंरराष्ट्रीय समपार जागरुकता दिवस के अवसर पर इज्जतनगर मंडल के सेवित क्षेत्र में समपारों पर होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने के लिए रेलवे प्रशासन पूरी तरह से सजग एवं प्रयत्नशील है। उन्होंने बताया कि इज्जतनगर मण्डल में वर्तमान में कुल 495 समपार फाटक है, जिन्हें पूर्णतः मानवित किया जा चुका है। इन समपारों में से कुल 232 समपारों को इन्टरलाॅक्ड कर दिया गया है। मंडल में विगत तीन वर्षों में 87 समपारों को विभिन्न माध्यमों जैसे 04 सड़क उपरिगामी पुल, 14 डाइवर्जन रोड बनाकर या सीधे तथा 69 सीमित ऊंचाई के अंडरपास का निर्माण करके बन्द किया गया। रेलवे के इन प्रयासों से समपारों पर होने वाली दुर्घटनाओं में अप्रत्याशित कमी आयी है, जिसे शून्य करने के लिए रेल प्रशासन निरन्तर प्रयासरत है। इसके अतिरिक्त रेल प्रशासन द्वारा सड़क उपयोगकर्ताओं को जागरूक करने के लिए निरन्तर अन्तर्राल पर जन जागरूकता अभियान चलाया जाता है तथा विभिन्न संचार माध्यमों से भी सड़क उपयोगकत्र्ताओं को जागरूक करने के लिए व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाता है।
मंडल रेल प्रबंधक पंत ने सभी सड़क उपयोगकत्र्ताओं से अपील की कि आपका जीवन अनमोल है। कृपया रेलवे फाटक पार करते समय सावधानी बरतें तथा बंद रेलवे फाटक पर धैर्यपूर्वक प्रतीक्षा करें। पहले ट्रेन को जाने, तत्पश्चात् रेलवे फाटक खुलने पर ही समपार को पार करे। बन्द समपार के बूम के नीचे से अपना वाहन न निकाले और न ही गेटमैन पर बन्द समपार को खोलने के लिए दवाब बनायें। भारतीय रेलवे एक्ट 1989 की धारा 160 (1) एवं 160 (2) का उल्लंघन दण्डनीय अपराध है, जिसके तहत 03 से 05 वर्ष की जेल/अथवा जुर्माना हो सकता है। सदैव याद रखें आपके जीवन की सुरक्षा आपके हाथों में है, आपकी सुरक्षित घर वापसी के लिए आपके परिजन प्रतीक्षा में हैं।