लखनऊ। जिला पंचायत अध्यक्ष और ब्लॉक प्रमुखों के चुनाव के बीच भाजपा सरकार और संगठन ने मिशन-2022 की तैयारियां शुरू कर दी हैं। इसके लिए कोरोना की दूसरी लहर से उत्पन्न परिस्थितियों, किसानों और कर्मचारियों की नाराजगी दूर करने तथा पंचायत चुनाव में हुए नुकसान की भरपाई का खाका खींचा गया है, वहीं मोदी-योगी सरकार की उपलब्धियों और सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के एजेंडे के आधार पर वोट बैंक सहेजने की रणनीति बनाई गई है। रणनीति के पहले चरण में 15 जुलाई तक सेवा सरोकार के कार्य कराएं जाएंगे। 15 जुलाई के बाद पार्टी विधिवत पूरी तरह मिशन-2022 विजय को लेकर चुनावी मैदान में उतर जाएगी। गृहमंत्री अमित शाह, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और राष्ट्रीय महामंत्री (संगठन) बीएल संतोष क्षेत्रीय स्तर पर बैठकें कर रणनीति को जमीन पर उतारेंगे। विधानसभा चुनाव 2022 का विधिवत शंखनाद होने में महज छह महीने बचे हैं। जिला पंचायत अध्यक्ष और क्षेत्र पंचायत अध्यक्ष चुनाव में अधिक से अधिक सीटें जीतकर गांव-गांव पार्टी के पक्ष में माहौल बनाने के बाद पार्टी विधानसभा चुनाव की तैयारियां शुरू करेगी। सरकार के मंत्री, पदाधिकारी और कार्यकर्ता अलग-अलग कार्यक्रमों के जरिये जनता के बीच जाकर कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए सरकार की ओर से किए उपायों, कोरोना काल में दी गई आर्थिक मदद और पार्टी के जनसेवा के कार्यों को बताकर डैमेज कंट्रोल का प्रयास करेंगे।