वाराणसी। सौर मंडल के महत्वपूर्ण ग्रह शुक्र को दांपत्य जीवन, प्रेम संबंध, ऐश्वर्य, आनंद आदि का कारक ग्रह माना गया है। ज्योतिर्विद पंडित नरेंद्र उपाध्याय के अनुसार, अगर कुंडली में शुक्र की स्थिति उच्च की है तो जातक (व्यक्ति) पूरा जीवन आनंद और ऐश्वर्य के साथ बितता है। शुक्र ग्रह से प्रभावित व्यक्ति सौम्य एवं अत्यंत सुंदर व्यक्तित्व का होता है। शुक्र के विशेष प्रभाव से जातक जीवनभर सुखी रहते हैं। मकान और वाहन आदि का भी का सुख भी शुक्र देता है। इसके विपरीत जिन लोगों की कुंडली में शुक्र कमजोर होता है वो अपनी बात ठीक तरीके से नहीं कह पाते हैं, उनका पारिवारिक और दांपत्य जीवन कष्टकारी होता है। ऐसे में शुक्र को मजबूत बनाकर सुख व ऐश्वर्य पाया जा सकता है। शुक्र की शुभता के लिए विवाहित जातक को अपनी पत्नी का सम्मान करना चाहिए। मॉडलिंग, एक्टिंग और लग्जरी जीवन की चाह वाले युवा शुक्रवार के दिन सुबह और शाम दोनों ही समय गाय माता को हरा चारा खिलाएं। शुक्रवार के दिन व्रत करें, मन काबू में रखें। शुक्रवार के दिन शुक्र तांत्रिक मंत्र ओम द्रां द्रीं द्रौं स: शुक्राय नम: का जप करें।