वाराणसी। कोरोना की संभावित तीसरी लहर को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र काशी में भी तैयारी तेज हो गई है। शासन ने 15 अगस्त से पहले हर हाल में सारी तैयारी पूरी करने का निर्देश दिया है। इसके साथ ही जिले में आठ और आक्सीजन प्लांट शुरू करने के भी निर्देश दिए गए हैं। फिलहाल यहां पर 14 प्लांटों का संचालन हो रहा है। अब पीएम केयर फंड व अन्य फंड से स्थापित सभी प्लांटों को संचालित करने पर जोर हैं। इसमें बीएचयू, ट्रामा सेंटर, कबीरचौरा महिला अस्पताल, गंगापुर, नरपतपुर, हाथी बाजार, एनईआर व रामनगर स्थित लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल भी शामिल हैं। मालूम हो कि कोरोना की दूसरी लहर में कुछ दिनों तक आक्सीजन की समस्या रही। हालांकि यहां के उद्यमियों व प्रशासन ने तत्परता दिखाते हुए तत्काल आक्सीजन की व्यवस्था कर दी। स्थिति यह है कि आक्सीजन के मामले में यहां के अस्पताल शून्य से शिखर तक पहुंच गए हैं। पहले जहां कुछेक अस्पताल में ही आक्सीजन प्लांट था वहीं अब लगभग सभी अस्पतालों में यह व्यवस्था हो गई है। इस लिहाज से तीसरी लहर से पूर्व वाराणसी में आक्सीजन की कमी अब आसानी से पूरी हो जाएगी। जबकि अस्पतालों की ओर से निजी संसाधनों के जरिए भी आक्सीजन की किल्लत दूर करने का प्रयास किया जाएगा। पूर्वांचल के एम्स कहे जाने वाले बीएचयू के सर सुंदरलाल अस्पताल में पिछले साल कोरोना के पहले महज 10 टन की क्षमता वाला ही आक्सीजन प्लांट था। हालांकि पिछले साल अगस्त में ही इसकी क्षमता दोगुनी बढ़ाते हुए 30 टन कर दी गई, जो इस साल कोरोना की दूसरी लहर में काम आई। अब अलग से और आक्सीजन प्लांट की सुविधाएं बढ़ाई जा रही है। ऐसे में अब कोरोना के तीसरी लहर से मुकाबला करने में काशी अब पूरी तरह सक्षम है। जबकि आने वाले दिनों में स्वास्थ्य सेवाओं में और इजाफा होने के बाद तैयारियां और भी मुकम्मल हो जाएंगी।