गाजीपुर। जिले की सीमा पर चौसा में 11 हजार करोड़ की लागत से बन रहे 1320 मेगावाट के बिजली संयंत्र परियोजना का निर्माण कार्य तेजी से हो रहा है। दूसरी ओर प्लांट के लिए आधारभूत ढांचा के निर्माण में भी तेजी आ गई है। टरबाइन को घुमाने और बिजली पैदा करने के लिए गंगा के पानी का इस्तेमाल किया जाएगा। इससे करीब आठ किलोमीटर के दायरे में आने वाले गांवों को 24 घंटे बिजली, सड़क सहित अन्य सुविधाएं मिलेंगी। इसमें गाजीपुर के बारा सहित कई गांव आ रहे हैं।
परियोजना क्षेत्र में चिमनी और टरबाइन को स्थापित करने का काम भी प्रारंभ हो गया है। बिजली उत्पादन करने वाली टरबाइन का निर्माण काफी तेज गति से किया जा रहा है। प्लांट तक गंगा का पानी पहुंचाने के लिए करीब पांच किलोमीटर पाइप लाइन बिछाई जाएगी। पाइप लाइन बिछाने के लिए सर्वे कर भूमि खरीद व अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। पावर प्लांट के इर्द-गिर्द सेवराई तहसील के बारा गांव के दर्जनों किसानों की भूमि है। कई किसानों की भूमि मुआवजा राशि देकर पहले ही अधिग्रहित की जा चुकी है। पाइप लाइन बिछाने के लिए एक बार फिर बारा के किसानों की भूमि अधिग्रहण की जा सकती है।