गोरखपुर। गोरखपुर रेल हैरिटेज म्यूजियम 10 अगस्त से खुल जाएगा। दोपहर 12 बजे से रात आठ बजे तक परिवार के साथ यहां आनन्द उठा सकते हैं। बच्चे छुक-छुक करती ट्वाय ट्रेन का लुत्फ उठा सकेंगे, झूला झूलेंगे और परिवार के साथ लजीज व्यंजन का मजा लेंगे। म्यूजियम में जाने वालों को मास्क लगाना अनिवार्य है। सोशल डिस्टेंशिंग का पूरी तरह से पालन किया जाएगा। जानकारों के मुताबिक भवन का निर्माण 1890 और 1900 के बीच हुआ। भवन को बनाने के लिए पश्चिम बंगाल से ईंटें मंगाई गई थीं। म्यूजियम की नींव नौ अप्रैल, 2005 को तत्कालीन रेलमंत्री लालू प्रसाद यादव ने रखी थी। रेल म्यूजियम में पूर्वोत्तर रेलवे का पहला इंजन लार्ड लारेंस लोगों को आकर्षित करता है। इस इंजन का निर्माण लंदन में 1874 में डब्स कंपनी ने की थी। लंदन से इंजन को बड़ी नाव से कोलकाता तक लाया गया था।