वाराणसी। छह गांवों के किसानों के साथ टाउन प्लानिंग स्कीम के लिए मंगलवार को वाराणसी विकास प्राधिकरण (वीडीए) के अफसरों की बैठक होगी। छह माह बाद हो रही बैठक में किसानों से लैंड पूलिंग योजना पर चर्चा होगी। उनकी मांग व शर्तों को सुना जाएगा और वीडीए अपनी प्लानिंग से भी उन्हें अवगत कराएगा। इसको लेकर विकास प्राधिकरण की एक टीम गठित की गई है। दरअसल वाराणसी समेत प्रदेश के छह विकास प्राधिकरणों में लैंड पूलिंग स्कीम (टाउन प्लानिंग स्कीम यानी टीपीएस) को आकार देने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। योजना के तहत किसानों के समक्ष प्राधिकरण प्रस्ताव देंगे और किसान ही जमीन का मालिक रहते हुए टाउनशिप को बसाएगा। निर्माण, रोड, बिजली, पानी सहित अन्य बुनियादी सुविधाएं विकास प्राधिकरण करेगा और बाकी काम बिल्डर की तरह खुद ही किसान करेंगे। इसके लिए बनारस व चंदौली जिले में ड्रोन से सर्वे भी कराया गया है। बनारस में रिंग रोड किनारे ऐढे़, ट्रांसपोर्ट नगर, आलमपुर, सरेसर, धूस-घास, मुस्तफापुर, बरसतिया व रेवसा प्रमुख रूप से हैैं। टीपीएस के तहत विकास प्राधिकरण ने 350 हेक्टेयर जमीन का छह माह पहले कराए ड्रोन सर्वे में चंदौली के छह गांवों में 400 किसान चिन्हित किए हैं। योजना को आकार देने के लिए पहले भी चंदौली जिले के नियमताबाद ब्लाक के किसानों के साथ बैठक हुई थी। तब सरेसर, मुस्तफापुर, आलमपुर, धूस-घास, रेवसा व बरसतिया गांव के 20 किसानों के समक्ष वीडीए ने टीपीएस योजना के बारे में विस्तार से बताते हुए प्रस्ताव दिया तो करीब-करीब सभी किसानों ने इसमें सहमति जताई थी।