वाराणसी। जिले के प्राथमिक विद्यालयों में पठन पाठन का स्वरूप एक बार फिर बदलेगा। जिन प्राथमिक विद्यालयों में अंग्रेजी माध्यम में पढ़ाई कराई जा रही है। अब वहां नई शिक्षा नीति के तहत कक्षा पांच तक की पढ़ाई हिंदी में कराई जाएगी। इससे छात्रों को मातृभाषा के बारे में जानने का मौका मिलेगा। बेसिक शिक्षा परिषद ने इसका खाका तैयार कर लिया है। शासन स्तर से इस पर अंतिम मुहर लगनी बाकी है। 2018 में प्राथमिक विद्यालयों को कॉन्वेंट स्कूलों की तर्ज पर चलाने की पहल की गई थी। जिले में आठ ब्लॉक व नगर क्षेत्र में 45 परिषदीय प्राथमिक विद्यालय अंग्रेजी माध्यम से चल रहे हैं। हर ब्लॉक व नगर क्षेत्र में पांच परिषदीय विद्यालयों का चयन छात्र संख्या, विद्यालय में शैक्षिक सुविधाओं के आधार पर किया गया था। शिक्षक और प्रधानाध्यापकों के चयन के लिए आवेदन लेकर लिखित परीक्षा कराई गई। परिषदीय विद्यालय में संचालित होने वाले मॉडल इंग्लिश स्कूल में कक्षा एक, दो व तीन में अंग्रेजी माध्यम व चार, पांच में अंग्रेजी व हिंदी दोनों माध्यमों से पढ़ाई होती है। इन मॉडल इंग्लिश स्कूलों के प्रधानाध्यापक सहित पांच शिक्षकों को आंग्ल भाषा शिक्षण संस्थान की ओर से प्रशिक्षित किया गया। इन स्कूलों के संचालन से छात्र-छात्राओं की संख्या में भी बढ़ोत्तरी हुई। जिसे देख सरकार ने इन स्कूलों की संख्या 45 से बढ़ाकर 85 कर दी गई। अब नई शिक्षा नीति से इस प्रक्रिया पर विराम लगने की उम्मीद है। भले ही विद्यालय, शिक्षक और छात्र-छात्राएं न बदलें, लेकिन वहां पढ़ाई का माध्यम बदलना लगभग तय है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी राकेश सिंह ने बताया कि नई शिक्षा नीति के तहत शिक्षण प्रक्रिया में कई तरह बदलाव हो रहे हैं। शासन के आदेश का अनुपालन कराया जाएगा।