लखनऊ। उत्तर प्रदेश में मेधावियों, खिलाड़ियों व शहीदों के गांव-घर तक जल्द ही सात मीटर चौड़े मार्गों का निर्माण होता हुआ दिखेगा। इसके लिए लोक निर्माण विभाग ने प्रस्ताव तैयार कर लिया है। जल्द इस प्रस्ताव को कैबिनेट की बैठक में मंजूरी के लिए रखा जाएगा। इसे राज्य सरकार का प्रतिभाओं को प्रोत्साहित व शहादत को नमन करने की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है। उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने 2017 में ‘अमर उजाला मेधावी सम्मान समारोह’ में हाईस्कूल व इंटरमीडिएट के मेधावियों के निवास स्थल तक सड़कों के निर्माण व मरम्मत की घोषणा की थी। तब से इन मार्गों को ‘डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम गौरव पथ’ के रूप में विकसित किया जाता है। इसी तरह से राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों के लिए ‘मेजर ध्यान चंद पथ’, शहीदों की याद में जय हिंद वीर पथ और सिविल सेवा टॉपर्स के लिए ‘स्वामी विवेकानंद मार्ग’ योजना बनाई गई।
इन योजनाओं में अधिकतर ग्रामीण मार्ग होते हैं। इन्हें अधिकतम 3.5 मीटर चौड़ा बनाया जा सकता है। अब निर्णय लिया गया है कि इन मार्गों का मुख्य हिस्सा 5 मीटर चौड़ा होगा और दोनों ओर न्यूनतम 1-1 मीटर पेव्ड शोल्डर (पटरी) होंगे। इस तरह कुल चौड़ाई 7 मीटर हो जाएगी। पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों का कहना है कि चौड़ी सड़क बनाने के लिए ट्रैफिक गणना के तय नियमों में ढील देनी होगी, जिसे कैबिनेट की मंजूरी जरूरी है। उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि हम मेधावियों, खिलाड़ियों व शहीदों के घर तक पेव्ड शोल्डर के साथ 5 मीटर चौड़ी सड़कें बनाने पर विचार कर रहे हैं। जल्द ही योजना धरातल पर उतरते हुए दिखेगी।