स्पोर्ट्स। दुबई में एशियन यूथ एंड जूनियर मुक्केबाजी प्रतियोगिता में 66 किलोग्राम वर्ग में हिमाचल प्रदेश के किन्नौर के सांगला की स्नेहा नेगी ने गोल्ड पर पंच जड़ा है। स्नेहा ने दमदार प्रदर्शन करते हुए प्रतियोगिता में स्वर्ण जीतकर हिमाचल का नाम चमकाया। फाइनल मुकाबले में यूएई की बॉक्सर को हराकर स्नेहा ने स्वर्ण जीता। स्नेहा नेगी ने जीत का श्रेय कोच श्याम रत्न नेगी, पिता मनोज कुमार नेगी, माता सर्जन देवी नेगी और ताऊ सनम तानजान नेगी को दिया है। स्नेहा ने जुलाई माह में हरियाणा के सोनीपत में जूनियर राष्ट्रीय मुक्केबाजी प्रतियोगिता में भी 66 किलोग्राम वर्ग में स्वर्ण पदक हासिल किया था। वर्ष 2020 में असम में खेलो इंडिया में भी स्वर्ण पदक जीता। इससे पूर्व उन्होंने 2019 में स्पेन में जूनियर वुमन मुक्केबाजी प्रतियोगिता में रजत पदक हासिल किया था। पदक जीतने पर उपायुक्त आबिद हुसैन सादिक ने स्नेहा को बधाई दी। सादिक ने कहा कि स्नेहा के प्रदर्शन से दूसरे खिलाड़ियों को प्रेरणा मिलेगी। इससे पहले इस प्रतियोगिता में महिला खिलाड़ी समेत पांच भारतीय मुक्केबाजों ने सेमीफाइनल में हार के बाद कांस्य पदक अपने नाम किए। पुरुषों में दक्ष (67 किग्रा), दीपक (75 किग्रा), अभिमन्यु (92 किग्रा) और अमन सिंह बिष्ट (92+किग्रा) ने कांस्य पदक जीते। जबकि महिलाओं में लाशु यादव (70 किग्रा) ने कांस्य पदक के साथ अपने अभियान को समाप्त किया। बता दें कि मंगोलिया में आयोजित एशियाई यूथ चैंपियनशिप के पिछले सीजन में भारत ने पांच गोल्ड समेत कुल 12 पदक जीते थे। यह पहला अवसर है, जबकि दोनों आयु वर्ग – जूनियर और युवा – चैम्पियनशिप एक साथ आयोजित की जा रही है।