नई दिल्ली। यात्रियों की भीड़ कम करने के लिए विशेषज्ञों ने मेट्रो स्टेशनों के सभी गेट खोलने का सुझाव दिया है। हाल ही में दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) की बैठक में राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) के निदेशक ने मेट्रो स्टेशनों के अधिक गेट खोलने का सुझाव दिए थे, ताकि बाहर यात्रियों की भीड़ न हो और न ही सफर के दौरान परेशानी हो। डीडीएमए की तरफ से इसपर फैसले का यात्रियों को भी इंतजार है। दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) ने फिलहाल स्टेशनों के 276 गेटों से यात्रियों को प्रवेश की सुविधा दी है। एक अधिकारी का कहना है कि डीडीएमए के दिशा-निर्देशों के मुताबिक मेट्रो स्टेशनों पर कुछ गेट बंद हैं। अधिक संख्या में गेट खोले जाने से स्टेशन के अंदर यात्रियों की भीड़ बढ़ेगी। मेट्रो में 100 प्रतिशत सीटों पर बैठकर सफर करने की इजाजत है, जबकि खड़े होकर सफर पर पाबंदी है। कोविड प्रोटोकॉल के मद्देनजर मेट्रो सेवाएं पिछले साल बंद कर दी गई थीं। फिर चरणों में मेट्रो सेवाओं की शुरुआत की गई। शुरुआती दौर में बंदिशों के साथ मेट्रो का परिचालन हुआ। कोरोना की दूसरी लहर के दौरान कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए मेट्रो सेवाएं प्रभावित हुई थीं। कोविड मामले में सुधार होने पर 7 जून से दोबारा मेट्रो सेवाएं शुरू हुईं। इस दौरान 50 प्रतिशत सीटों पर बैठकर सफर करने की इजाजत दी गई। 26 जुलाई से मेट्रो की सभी सीटों पर बैठकर यात्रियों को सफर की इजाजत दी गई।