लखनऊ। संघ लोक सेवा आयोग ने प्रदेश के पीसीएस एसोसिएशन के महासचिव पवन गंगवार व विशेष सचिव नियुक्ति एवं कार्मिक धनंजय शुक्ला सहित 30 वरिष्ठ पीसीएस अधिकारियों को आईएएस संवर्ग में चयन की संस्तुति कर दी है। लेकिन, इनमें पांच अधिकारियों के खिलाफ विभागीय जांच चल रही। जांच निष्कर्ष आने तक इनका लिफाफा बंद रखने की सिफारिश की गई है। डीओपीटी की अधिसूचना जारी होते ही 25 अधिकारियों की आईएएस संवर्ग में नियुक्ति हो जाएगी। नई दिल्ली में संघ लोक सेवा आयोग के सदस्य राजीव नयन चौबे (सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी) की अध्यक्षता में पीसीएस से आईएएस संवर्ग में चयन के लिए चयन समिति की बैठक हुई। इसमें प्रदेश की ओर से मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी, मुख्य सचिव के बाद प्रदेश में वरिष्ठतम आईएएस अधिकारी व यूपी राज्य सड़क परिवहन निगम के अध्यक्ष इफ्तिखारुद्दीन तथा अपर मुख्य सचिव नियुक्ति एवं कार्मिक डा. देवेश चतुर्वेदी शामिल हुए। वर्ष 2020 की पात्रता सूची में पीसीएस से आईएएस संवर्ग में चयन के लिए 30 रिक्तियां घोषित की गई थीं। आयोग योग्यतम अभ्यर्थियों के चयन के लिए रिक्तियों के तीन गुना नाम पर विचार करता है। आयोग ने अपनी संस्तुतियां फाइनल कर दी हैं। बताया गया है कि आयोग की बैठक का कार्यवृत्त सहमति के लिए जल्दी ही राज्य सरकार को भेजा जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सहमति के बाद आयोग अपनी संस्तुति केंद्रीय कार्मिक व प्रशिक्षण विभाग (डीओपीटी) को भेजेगा। डीओपीटी चयनित अधिकारियों की आईएएस संवर्ग में नियुक्ति की अधिसूचना जारी करेगा। इसके बाद ये अधिकारी आईएएस संवर्ग में ज्वाइन करेंगे। इस पूरी कार्यवाही में एक सप्ताह से 10 दिन का समय लग सकता है।