उत्तराखंड। वीकेंड के दूसरे दिन भी हरिद्वार में बड़ी संख्या में श्रद्धालु और पर्यटकों की भीड़ उमड़ी रही। हरकी पैड़ी सहित सभी गंगा घाट सुबह से पैक नजर आए। बाजारों में भी खूब चहल पहल रही। श्रद्धालुओं ने गंगा में डुबकी लगाकर पूजा अर्चना की। शनिवार को गांधी जयंती के अवकाश पर सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ धर्मनगरी में उमड़ी हुई थी। जिसके चलते दिल्ली-दून हाईवे पर जाम लग गया था। रविवार को भी काफी संख्या में बाहरी प्रदेशों से लोग यहां पहुंचे, लेकिन जाम जैसी स्थिति नहीं बनी। हरकी पैड़ी सहित अन्य गंगा घाटों पर स्नान करने के बाद श्रद्धालुओं ने नारायणी शिला पर जाकर पितरों का श्राद्ध किया। इसके बाद मनसा देवी, चंडी देवी, कनखल स्थित दक्षेश्वर महादेव मंदिर में जाकर पूजा अर्चना भी की। यात्रियों ने अपर रोड, मोती बाजार, बड़ा बाजार, सब्जी मंडी समेत अन्य बाजारों में कपड़ों, माला, बर्तन, शंख समेत अन्य सामान की जमकर खरीदारी की। रविवार को भी दो मंजिला पंडित दीनदयाल पार्किंग पूरी तरह से फुल रही। हालांकि पंतदीप पार्किंग व चमगादड़ टापू पार्किंग में रविवार को ज्यादा वाहन नजर नहीं आए। इसके साथ ही होटलों के बाहर सड़कों पर काफी संख्या में दोपहिया व चौपहिया वाहन नजर आए। शनिवार को अचानक आई श्रद्धालुओं की भीड़ के चलते यातायात पुलिस को जाम खुलवाने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा था। जिसके चलते रविवार को पहले से ही यातायात पुलिस ने अपनी तैयारी पूरी कर ली थी। वहीं, होटलों और धर्मशालाओं में पार्किंग की उचित व्यवस्था न होने के कारण यात्रियों को अपने वाहन सड़क पर खड़ा करना पड़ता है। सड़क पर खड़े वाहनों के चलते जाम लग गया और यातायात पुलिस ने उनको क्रेन से उठवाया। शहर के श्रवणनाथ नगर के हिमालय डिपो वाली, गोधरा खड़ा, आरती होटल, हरमिलाप के सामने वाली गलियां, नरसिंह धाम के बराबर और भाटिया भवन के सामने पड़ने वाली गलियों में व मुख्य मार्ग पर लोगों ने होटलों, लॉज व धर्मशालाओं में जगह न होने के कारण यात्रियों के वाहनों को बाहर ही खड़ा करवा देते हैं। शनिवार को जब तीर्थनगरी में यात्रियों की संख्या बढ़ी तो इन होटल संचालकों ने वाहनों को सड़कों पर ही खड़ा करवाना शुरू कर दिया। जिसके बाद रविवार को यहां पर जाम लगने लगा और यात्रियों को परेशानी होने लगी। सूचना मिलने पर यातायात पुलिस मौके पर पहुंची और वाहनों को क्रेन से उठवा कर यातायात पुलिस लाइन में पहुंचाया। यातायात निरीक्षक अखिलेश कुमार ने बताया कि वाहनों को सड़क पर खड़ा कर दिया गया था। जिसके बाद यहां पर जाम लग गया। वाहनों को क्रेन से उठवाकर यातायात पुलिस लाइन भेजा गया है। वहीं, वीकेंड के अंतिम दिन योगनगरी पर्यटकों से पूरी तरह पैक हो गई। पर्यटकों की जबरदस्त आमद से जंगल कैंप, होटल और आश्रम फुल हो गए। हरिद्वार-ऋषिकेश हाइवे पर नेपाली फार्म से तपोवन चेक पोस्ट तक वाहन दिनभर रेंगते रहे। काफी मशक्कत के बाद जंगल कैंप और होटल में पहुंचने पर पर्यटकों ने राहत की सांस ली।