विद्यार्थियों के लिए हर टर्म में 17 अंक लेना होगा अनिवार्य

हिमाचल प्रदेश। स्कूल शिक्षा बोर्ड धर्मशाला ने दो टर्म में विद्यार्थियों की परीक्षाएं लेने की अधिसूचना जारी कर दी है। विद्यार्थियों को हर टर्म में 17-17 अंक लेना अनिवार्य होगा। एक टर्म में कम अंक लेने वाले विद्यार्थी को परीक्षा में पास होने के लिए दूसरे टर्म में अधिक अंक लेना जरूरी होगा। दोनों टर्म के अंक मिलाकर 34 अंक हासिल करने वाले विद्यार्थी को उत्तीर्ण घोषित किया जाएगा। बोर्ड हर टर्म में 50-50 फीसदी सिलेबस के हिसाब से पेपर सेट करेगा। पहले टर्म में आने वाले सिलेबस को दूसरे टर्म में नहीं दोहराया जाएगा। धर्मशाला में पत्रकारवार्ता में प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. सुरेश कुमार सोनी ने बताया कि नई शिक्षा नीति के तहत तीसरी, 5वीं, 8वीं और 9वीं से 12वीं कक्षाओं के वर्ष के दो बार पेपर करवाने को लेकर बोर्ड ने सिलेबस जारी कर दिया है। फर्स्ट टर्म में सिलेबस का 50 फीसदी से पेपर आएगा। दूसरे टर्म में अगले 50 फीसदी सिलेबस से पेपर आएगा। फर्स्ट टर्म का परिणाम सार्वजनिक तौर पर घोषित नहीं किया जाएगा। उसे स्कूल के माध्यम से छात्रों तक पहुंचाया जाएगा। नए नियमों के अनुसार यह शर्त नहीं रखी गई है कि जो फर्स्ट टर्म में पास नहीं हो पाया, वह उसे सेकेंड टर्म में प्रवेश नहीं मिलेगा। वार्षिक परिणाम दोनों टर्म के अंकों का जोड़ करने के बाद घोषित होगा। टर्म प्रणाली केवल नियमित विद्यार्थियों के लिए लागू होगी। बोर्ड अध्यक्ष ने बताया कि राज्य मुक्त विद्यालय के तहत अध्ययनरत परीक्षार्थियों पर यह नियम लागू नहीं होगा। उन्हें पुरानी प्रणाली के तहत परीक्षाएं देनी होंगी। उनकी परीक्षाएं वर्ष में एक बार ही होंगी।

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