आतंकवाद जैसी घटनाओं की संख्या में आई है काफी कमी: गृह मंत्री

जम्‍मू-कश्‍मीर। देश के गृह मंत्री अमित शाह पुलवामा जिले के लेथपोरा में सीआरपीएफ कैंप पहुंचे। गृह मंत्री अमित शाह और एलजी मनोज सिन्हा ने सीआरपीएफ जवानों के साथ डिनर किया। गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि आतंकवाद मानवता के खिलाफ है और हम इसे बर्दाश्त नहीं कर सकते। मोदी सरकार की आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति है। एक समय था जब कश्मीर में पथराव होता था। आज ऐसी घटनाओं की संख्या में काफी कमी आई है। जवानों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत योजना का आप सभी लाभ लें। जवानों को दो कार्ड मिलेंगे, जिसमें से एक कार्ड वो अपने पास रखें और दूसरा परिवार को दें। आपका और आपके परिवार का ध्यान रखना भारत सरकार का दायित्व है। सीआरपीएफ के सभी सेक्टरों में आपने मोर्चा संभाला है। देश की सुरक्षा में लगे सभी बलों के जवानों के साथ रहने का मौका मेरे लिए बहुत महत्वपूर्ण है। उन्‍होंने कहा कि देश में कहीं भी चुनाव या दंगे होते हैं तो संबंधित राज्य के मुख्यमंत्री मांग करते हैं कि उन्हें सीआरपीएफ के जवान उपलब्ध कराए जाएं। ये आपकी सेवा और समर्पण का फल है। मैं आप सभी के बीच आकर बहुत प्रसन्न हूं। मैं शहीदों को सरकार और अपनी ओर से श्रद्धांजलि देता हूं। तीन दिवसीय दौरे में गृह मंत्री ने अपने हर संबोधन में युवा, शांति और सुरक्षा को प्रमुखता दी। सोमवार को उन्होंने कश्मीर में जनसभा के दौरान उनकी सुरक्षा में लगाई गई बुलेट प्रूफ ग्लास शील्ड हटवा दी और कहा कि आप लोगों से खुलकर बात करना चाहता हूं। जिसके बाद वहां मौजूद लोगों ने भाजपा के समर्थन में नारेबाजी की। गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि मैं आज विकास की बात बाद में कर लूंगा मगर यह विश्वास दिलाना चाहता हूं कि अपने दिल से सभी लोग डर निकाल दीजिए। कश्मीर की शांति और विकास की यात्रा को अब कोई बाधित नहीं कर सकता। गृह मंत्री ने कहा कि मैं आज कश्मीर के युवाओं से पूछने आया हूं कि उन्होंने आपका क्या भला किया जिन्होंने आपके हाथों में पत्थर थमा दिए थे? गृह मंत्री ने कहा 70 साल के शासन में घाटी में 40000 हजार लोग मारे गए है पर विपक्ष ने आज तक आतंकवाद की निंदा नहीं की है। अब शांति भंग करने की कोशिश करने वालों को दंडित किया जाएगा। कुछ लोग कश्मीर के विकास में खलल डालना चाहते हैं। वह लोग कभी कामयाब नहीं होंगे।पाकिस्तानी की बात करते वाले चाहते हैं कि यहां के युवा बेरोजगार रहें और वह पत्थर उठाएं। इससे उनकी राजनीति चलती रहेगी। कहा कि जिन्होंने आपके हाथ में पत्थर और हथियार पकड़वाए उसने पूछिए कि यहां का विकास क्यों नहीं हुआ। वह लोग आपसे सिर्फ पाकिस्तान की बात करते हैं। आज कश्मीर के हर घर में जल और बिजली पहुंच रही है।

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