अब तक 1 अरब 23 करोड़ कोविड वैक्सीन डोज को सीडीएल कसौली ने दी मान्यता
हिमाचल प्रदेश। कोरोना वायरस सहित अन्य घातक वायरस की रोकथाम के लिए सेंट्रल ड्रग्स लैबोरेटरी (सीडीएल) कसौली में दिन-रात वैक्सीन जांच का कार्य चला रहा है। कोरोना के खतरे के बीच सीडीएल ने अब तक 1 अरब 23 करोड़ से अधिक कोरोना वैक्सीन की डोज को मान्यता दे दी है। वहीं रोटा वायरस सहित अन्य वैक्सीन के 4934 सैंपल परीक्षण में खरे उतरे हैं, जिन्हें सीडीएल की ओर से ग्रीन टिक मिल गया है। अब विभिन्न कंपनियां मान्यता प्राप्त वैक्सीन को बाजार में उतारेंगी। यह जानकारी सीडीएल ने अपनी वेबसाइट में भी अपलोड कर दी है। जानकारी के अनुसार सेंट्रल ड्रग्स लैबोरेटरी से कोविशील्ड समेत कोवैक्सीन, स्पुतनिक-वी व जायकॉव-डी के 1,23,33,43,377 डोज रिलीज किए गए। इसी के साथ बीसीजी, बीओपीवी, क्लोरिया वैक्सीन, डीपीटी वैक्सीन, डीटीएपी वैक्सीन, डीटीपी-एचईपीबी-एचआईवी, हैपेटाइटस ए व बी, इंफ्लुएंजा वैक्सीन, टिटनेस वैक्सीन, आईपीवी, जैपनीज बुखार वैक्सीन, येलो फीवर, एंटी स्नैक वेनम समेेत अन्य वैक्सीन के 4934 सैंपल जांच में सही पाए जाने के बाद जारी कर दिए गए हैं। गौर रहे कि भारत में लगातार वैक्सीन पॉलिसी को तेज गति से चलाने के लिए प्रभावी कदम उठाए जा रहे हैं। सीडीएल कसौली ने भी कोरोना वायरस जैसे घातक बीमारी पर लगाम लगाने के लिए कार्य में बदलाव किया है और तेजी से कार्य कर वैक्सीन को मान्यता दी जा रही है। भारत में बनने वाली और आयात होने वाली सभी प्रकार की वैक्सीन की जांच की जाती है। सीडीएल कसौली में परीक्षण में पास वैक्सीन को ही बाजार में उतारा जाता है।