महाराष्ट्र। राष्ट्रीय रक्षा अकादमी ने अपने दरवाजे महिलाओं के लिए खोल दिए हैं। इस साल एनडीए की होने वाली परीक्षा में महिला उम्मीदवार भी भाग ले सकती हैं। इस ऐतिहासिक कदम पर सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे ने कहा कि एनडीए में महिलाओं के प्रवेश के साथ यह उम्मीद की जाती है कि हम नियमों के अनुसार और पेशेवर तरीके से उनका स्वागत करें। उन्होंने कहा कि कुछ सालों बाद ऐसा मौका आएगा, जब हम सेना में महिलाओं को अपने बराबर के पदों पर खड़ा देखेंगे। एनडीए के 141वीं पासिंग आउट परेड की समीक्षा के दौरान उन्होंने कैडेट्स को संबोधित करते हुए कहा कि 42 साल पहले मैं भी वहीं खड़ा था, जहां इस समय आप हैं। तब मैं सोच भी नहीं सकता था कि एक दिन मैं इस परेड की समीक्षा करूंगा। यहां से सभी कैडेट्स अलग-अलग अकादमियों में जाएंगे। अलग-अलग वर्दी पहनेंगे, लेकिन हमें हमेशा याद रखना होगा, कोई भी सैन्य बल न तो अकेले लड़ सकता है और नही युद्ध को जीत सकता है। सेना प्रमुख ने कहा कि महिलाओं की ट्रेनिंग के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर थोड़ा अलग जरूर होगा, लेकिन उन्हें वही ट्रेनिंग दी जाएगी, जो एक पुरुष कैडेट को दी जाती। उन्होंने कहा कि आधुनिकता और रक्षा प्रशिक्षण के बाद हम 40 साल बाद महिलाओं को अपनी स्थिति में देखेंगे।