नई दिल्ली। दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) में स्नातक पाठ्यक्रमों के लिए चौथी कटऑफ के तहत दाखिले की दौड़ आज से शुरू होगी। इस कटऑफ में बीकॉम ऑनर्स, बीकॉम और साइंस के कुछ विषयों में दाखिले के मौके हैं। इस कटऑफ के लिए विद्यार्थियों के पास दाखिले के मौके सिर्फ दो दिन हैं। अब तक डीयू में 63,504 छात्र फीस जमा करा चुके हैं। शनिवार को घोषित चौथी कटऑफ में डीयू ने पिछली तीन और स्पेशल के मुकाबले सामान्य वर्ग के लिए 0.25 और आरक्षित श्रेणी के लिए तीन से चार फीसदी तक गिरावट की है। डीयू के मुताबिक चौथी कटऑफ के लिए विद्यार्थी एक नवंबर की सुबह 10 से लेकर दो नवंबर रात 11:59 बजे तक आवेदन कर सकते हैं। कॉलेजों को आवेदन 5 नवंबर की शाम 5 बजे तक मंजूर करना होगा। साथ ही 5 नवंबर तक ही दाखिले हो सकेंगे। इसके बाद 6 नवंबर की शाम 5 बजे तक विद्यार्थी को दाखिले के लिए फीस जमा करनी होगी। चौथी कटऑफ के तहत विद्यार्थियों के पास एक बार फिर कॉलेज व कोर्स बदलने का अवसर रहेगा। इससे पहले जारी स्पेशल कटऑफ में यह विकल्प नहीं था। हालांकि, विद्यार्थी को इसमें सावधानी बरतनी होगी। उसे कटऑफ के तहत किसी अन्य कॉलेज में पसंदीदा कोर्स मिल रहा है तो पहले की कटऑफ में किए गए अपने आवेदन को रद्द कराना होगा। आवेदन रद्द कराने के लिए एक हजार रुपये का शुल्क भी लगेगा। साथ ही चौथी कटऑफ के तहत नया आवेदन करना होगा। हालांकि विद्यार्थी को पहले यह सुनिश्चित करना होगा कि उसे नए कॉलेज में दाखिला मिलना संभव है या नहीं। जिस कटऑफ से दाखिला रदद् किया है, उसमें उसे दाखिला नहीं मिल पाएगा। चौथी कटऑफ के तहत विद्यार्थियों के पास आरक्षित श्रेणी में दाखिले के अधिक अवसर हैं। अधिकांश कॉलेजों में पीडब्ल्यूडी, एसटी, ईडब्ल्यूएस और कश्मीरी विस्थापित श्रेणी में सीटें खाली हैं। इस कटऑफ में बीकॉम व बीकॉम ऑनर्स जैसे प्रमुख कोर्स में दाखिले के अवसर खुले हुए हैं। इसके बाद इन कोर्स में दाखिले के मौके कम हो सकते हैं। बीकॉम ऑनर्स के लिए 41 में से 31 कॉलेजों में मौके हैं। जिन विद्यार्थियों का दाखिला चौथी कटऑफ में नहीं होता है, उन्हें निराश होने की जरूरत नहीं है। विश्वविद्यालय 8 नवंबर को दाखिले के लिए 5वीं कटऑफ जारी करेगा। हालांकि, इसमें पहले के मुकाबले दाखिले के अवसर सीमित होंगे। इस कटऑफ तक कुछ कॉलेजों में ही सीटें बचेंगी। ऐसे में विश्वविद्यालय की विद्यार्थियों को सलाह है कि जहां सीट मिले, पक्की कर लें। इसके बाद दाखिले के अवसर बहुत कम रह जाएंगे।