जम्मू-कश्मीर। बेंगलुरु की 33 साल की नम्रता नंदीश ने चार माह के भीतर कश्मीर में समुद्र तल से दस हजारी फुट की ऊंचाई पर स्थित 50 झीलों की साहसिक यात्रा कर अल्पाइन गर्ल की उपाधि हासिल कर ली है। संभवत: वह पहली महिला हैं, जिन्होंने यह उपलब्धि हासिल की है। गठिया से पीड़ित नम्रता ने अपना सफर पीर पंजाल और दक्षिण कश्मीर के जंस्कार पर्वत शृंखलाओं के बीच स्थित तुलियन झील से शुरू किया था और वह पहलगाम और अनंतनाग-किश्तवाड़ क्षेत्र के ऊंचाई वाले इलाके में स्थित शिलसर झील के साथ पूरा हुआ। नंदीश बताती हैं कि कुछ भी पूर्व निर्धारित नहीं था। पति अभिषेक जमी हुई डल झील देखना चाहते थे। पिछली सर्दियों में हम 26 जनवरी को यहां पहुंचे और एक होटल में ठहर गए। मैंने होमवर्क कर लिया था और अपने जन्मदिन के उपहार के रूप में ट्रेकिंग सीजन के दौरान 33 झीलों की यात्रा करना चाहती थी। एक सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी में मानव संसाधन प्रबंध के रूप में काम करने वाली नंदीश कोविड 19 के कारण वर्क फ्रॉम होम कर रही थीं। यह सुविधा उनके काम आई। उन्होंने ट्रेकिंग सीजन मध्य जून में अपना अभियान शुरू किया। सप्ताहांत पर बैग पैक किया और अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए एक ट्रेकिंग समूह में शामिल हो गईं। अभियान ट्यूलियन झील से शुरू हुआ। नंदीश के साथ स्थानीय गाइड के रूप में 39 झीलों का सफर करने वाले सैयद ताहिर ने बताया कि वह बहुत ही साहसी और निसंदेह प्रथम महिला होंगी जिन्होंने एक सीजन में ऊंचाई पर स्थित कश्मीर घाटी की 50 झीलों की यात्रा एक सीजन में पूरी की। मुझे याद नहीं किसी ने ऐसा किया होगा। अपने गृहनगर लौटने की तैयारी में जुटी नंदीश थोड़ा उदास हैं, लेकिन खुश है कि उन्हें ट्रेकर्स के बीच अल्पाइन गर्ल के रूप में संदर्भित किया जा रहा है।