उम्र से पहले बाल सफेद होने पर करें योगासन…
नई दिल्ली। आजकल कम उम्र में ही लड़के व लड़कियों के बाल सफेद होने लगते हैं। यहां तक की बच्चों में भी बाल सफेद होने की समस्या दिखाई देती है। उम्र से पहले बाल सफेद होने के लोग परेशान हो जाते हैं। दरअसल, प्रदूषण, पोषक तत्वों की कमी, बदली जीवन शैली और तनाव आदि के कारण समय से पहले बाल सफेद होने लगते हैं। ऐसे में लोग सफेद बालों के लिए तरह तरह के उपाय तलाशते हैं। अधिकतर लोग डाई या मेहंदी लगाते हैं तो कुछ लोग बाजार के केमिकल युक्त तरह तरह के शैंपू और तेल को इस्तेमाल करते हैं। कुछ लोग तो डॉक्टर से इलाज तक कराते हैं। इतना सब करने पर भी आपको संतोषजनक परिणाम नहीं मिलता। ऐसे में कुछ लोग तो सफेद बालों के कारण डिप्रेशन में भी चले जाते हैं। अगर आपके बाल भी उम्र से पहले सफेद हो रहे हैं तो योग करें। योगासन से बालों को सफेद होने से रोका जा सकता है। उष्ट्रासन:- सफेद बालों की समस्या को रोकने के लिए उष्ट्रासन कर सकते हैं। इसमें अपने घुटनों को कम से कम 6 इंच दूर करते हुए जमीन पर घुटने के बल बैठ जाएं। फिर दोनों हाथों से पीछे एड़ी की ओर ले जाएं। आसमान की ओर देखते हुए अपने दाएं हाथ के टखने को बाएं हाथ के टखने से छुए। इस दौरान अपनी जांघों को सीधा रखें और पेट आगे की ओर निकालें। इसी अवस्था में कुछ देर रहने के बाद सामान्य स्थिति में लौटें। हलासन:- सबसे पहले एक समतल स्थान पर मैट बिछाकर पीठ के बल लेट जाएं और दोनों हाथों को जमीन पर ही रखें। अब अपने पैरों ऊपर की ओर उठाएं फिर धीरे-धीरे पीछे की ओर ले जाएं। अपने पैरों को पीछे जमीन पर लगाने की कोशिश करें। अपनी क्षमतानुसार कुछ देर इसी अवस्था में रहें और फिर वापस साधारण मुद्रा में आ जाएं। त्रिकोणासन:- ये आसन करने के लिए दोनों पैरों को लगभग 3 फीट की दूरी पर रखकर खड़े हो जाएं। अब दोनों हाथों को अपने कंधों की सीध में रखते हुए ऊपर उठाएं। फिर दाहिनी ओर झुकें और अपने दाहिने हाथ की उंगलियों से दाहिने पैर को छुएं। वहीं बाएं हाथ को आसमान में ले जाते हुए छत की ओर उठाएं। आप बाएं हाथ की ओर देखते हुए इसी पोज में रहें। फिर यही प्रक्रिया बाई ओर से दाईं ओर दोहराएं। भुजंगासन:- इस आसन में शरीर की मुद्रा फन उठाए सांप की तरह की होती है। भुजंगासन करने के लिए जमीन पर पेट के बल लेट जाएं। अब पैरों को आपस में मिलाएं और हथेलियों को सीने के पास कंधों की सीध में रखें। अपने माथे को जमीन पर रखकर शरीर को सहज रखें। फिर गहरी सांस लेते हुए शरीर के आगे के हिस्से को ऊपर की तरफ उठाएं। अपने दोनों हाथों को सीधा खड़ा रखें। करीब 15-20 सेकेंड के लिए इसी मुद्रा में रहें। फिर सांस छोड़ते हुए वापस सामान्य मुद्रा में लौट आएं।