भारत की हर एक इंच जमीन की रक्षा करने में सेना है सक्षम: रक्षा मंत्री
नई दिल्ली। केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि भारत का चरित्र रहा है कि हमने किसी भी दूसरे देश की जमीन पर कब्जा करने की नीयत नहीं रखी। मगर यदि किसी भी देश ने भारत की ओर आंख उठाकर भी देखा है तो हमने उसे मुंहतोड़ जवाब दिया है। हमारी सेना के बहादुर जवान भारत की हर एक इंच जमीन की रक्षा करने में सक्षम हैं। वह पूर्वी लद्दाख में रेजांग ला युद्ध स्मारक के उद्घाटन समारोह में बोल रहे थे। पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चीन से जारी गतिरोध के बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 1962 के युद्ध में भारतीय सेना के साहस और पराक्रम की मिसाल रेजांग ला मोर्चे को याद किया। रक्षा मंत्री ने रेजांग ला में पुनरुद्धार से तैयार किए गए युद्ध स्मारक का उद्घाटन करते हुए कहा कि रेजांग ला में भारतीय सेना की बहादुरी का अध्याय इतिहास के पन्नों के साथ हमारे दिलों की धकड़न में भी हमेशा के लिए दर्ज है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि 18 हजार फुट की ऊंचाई पर भारतीय सेना के 100 जांबाजों ने चीन को वो क्षति पहुंचाई थी, जिसकी मिसाल पूरी दुनिया में दी जाती है। 59 वर्ष पूर्व की वह शौर्यगाथा चीन से युद्ध की सबसे शानदार घटना है। रक्षा मंत्री ने कहा कि रेजांग ला को विश्व में युद्ध इतिहास के दस सबसे बड़े और चुनौतीपूर्ण युद्ध मोर्चों में गिना जाता है। मेजर शैतान सिंह और उनके साथी जवानों ने अंतिम गोली और अंतिम सांस तक दुश्मन के मंसूबों को नाकाम कर बहादुरी व बलिदान का नया अध्याय लिखा था। उन्होंने कहा कि मैं उन 114 भारतीय सैनिकों को सलाम करता हूं, जो 1962 के युद्ध में रेजांग ला में प्राणों की आहुति देकर असाधारण वीरगाथा लिखने में कामयाब हुए।