राजस्थान। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जैसलमेर के रोहिताश बॉर्डर आउट पोस्ट पर आयोजित सैनिक सम्मेलन में हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि कम से कम एक वर्ष में 100 दिन जवान अपने परिवार के साथ रह पाए, इस प्रकार की व्यवस्था भी हम करने जा रहे हैं। आप किसी भी अस्पताल में जाकर किसी भी बीमारी का इलाज करा सकते हैं, कार्ड स्वैप करने के साथ ही आपका और आपके परिजनों का इलाज शुरू हो जाएगा। इसके साथ ही हाउसिंग सैटिफेक्शन रेशियो को हम सुधारने का प्रयास कर रहे हैं, मुझे भरोसा है कि 2024 तक इसमें काफी सुधार कर लेंगे। उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक बहुत बड़ा निर्णय किया है कि सीएपीएफ के सभी जवानों और उनके परिवारों को भी एक अलग-अलग आयुष्मान कार्ड दिया जाएगा, जिससे वो अस्पतालों में अपना और अपने परिवार का इलाज करा सकते हैं। इसके बाद गृह मंत्री अमित शाह ने बीएसएफ जवानों के साथ खाना खाया और देशभक्ति गीत सुने। इससे पहले गृह मंत्री अमित शाह ने जैसलमेर के तनोट राय माता मंदिर में पूजन-अर्चन किया। केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत भी इस दौरान मौजूद थे। इस दौरान गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि श्री मातेश्वरी तनोट राय मंदिर में दर्शन करने का सौभाग्य मिला। ऐसी मान्यता है कि इस मंदिर पर 1965 और 1971 के युद्ध में दुश्मनों ने सैकड़ों तोप के गोले दागे, मगर वो फटे नहीं। मां के आशीर्वाद से मंदिर और आसपास के लोगों को कोई क्षति नहीं हुई।