नई दिल्ली। भारत और रूस के बीच टू प्लस टू वार्ता में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने चीन का नाम लिए बिना कहा कि उत्तरी सीमा पर अभूतपूर्व फौजी जमाव और बिना उकसावे के आक्रामकता भारत के लिए नई चुनौती है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आगे कहा कि भारत ने मजबूत राजनीतिक इच्छाशक्ति और जनता की अंदरूनी ताकत के बल पर इन चुनौतियों का बखूबी सामना किया है। इससे पहले रूसी रक्षा मंत्री सर्गेई शोएगु के साथ सैन्य एवं सैन्य-तकनीक सहयोग के क्षेत्र में भारत-रूस अंतर सरकारी आयोग (आईआरआईजीसी-एमएंडएमटीसी) की बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रूस को भारत का पुराना, खास और विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदार बताया। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के संबंध समय की कसौटी पर खरे उतरे हैं। उन्होंने भारत के मजबूत सहयोग के लिए रूस की सराहना की और कहा कि हमारे करीबी संबंध किसी अन्य देश के खिलाफ नहीं हैं।