नई दिल्ली। कोरोना महामारी की तीसरी लहर के गहराते खतरे के बीच किशोरों का सोमवार से टीकाकरण शुरू हो रहा है, जिसमें सबसे पहले 15 से 18 वर्ष आयुवर्ग के बच्चों को टीके लगाए जाएंगे। इस आयुवर्ग के लिए सिर्फ भारत बायोटेक की कोवैक्सीन को ही मंजूरी दी गई है। कंपनी का दावा किया है कि बच्चों पर उसकी वैक्सीन वयस्कों की तुलना में ज्यादा प्रभावी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से वैक्सीन मिक्सिंग से बचने के लिए विशेष इंतजाम करने के लिए कहा है। किशोरों के टीकाकरण के लिए कोविन पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन शुरू हो गया है। पोर्टल के आंकड़ों के मुताबिक, इस आयुवर्ग में छह लाख से ज्यादा रजिस्ट्रेशन हुआ है।
किशोरों के टीकाकरण के लिए जारी नए दिशानिर्देशों के अनुसार, कोविन पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन के साथ ही मौके पर भी रजिस्ट्रेशन की सुविधा है। किशोर सीधे टीका केंद्र जाकर रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं और उन्हें तुरंत टीका भी लगाया जाएगा। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मांडविया ने राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य मंत्रियों और प्रधान सचिव एवं अतिरिक्त मुख्य सचिव के साथ आनलाइन बैठक की और उन्होंने आगे कहा कि 15 से 18 आयुवर्ग के किशोरों को टीका लगाने वालों और टीकाकरण टीम के सदस्यों का ओरिएंटेशन सुनिश्चित करने और लाभार्थियों को टीकाकरण केंद्रों की सही-सही जानकारी मुहैया कराने की भी सलाह दी।