नई दिल्ली। रूस-यूक्रेन के बीच बीते 11 दिनों से भीषण युद्ध जारी है। इस संघर्ष का असर भारत समेत दुनियाभर के कई देशों की अर्थव्यवस्थाओं पर पड़ता हुआ नजर आ रहा है। इसका अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं कि चीन ने अपने इस साल के लिए अपने जीडीपी लक्ष्य को घटाकर तीन दशक में सबसे कम 5.5 फीसदी कर दिया है।
भारत की बात करें तो यहां भी शेयर बाजार से लेकर सोने की कीमतों तक पर युद्ध का प्रभाव पड़ता दिख रहा है। दूसरी ओर कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों ने देश में महंगाई के खतरे को बढ़ा दिया है। इस बीच एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि अगले वित्त वर्ष देश की जीडीपी घटेगी।
इसके अलावा भी रिपोर्ट में वित्तीय दबाव और ज्यादा करंट अकाउंट डेफिसिट (सीएडी) समेत कई कारकों का जिक्र करते हुए अर्थशास्त्रियों ने वित्त वर्ष 2023 में देश की जीडीपी ग्रोथ 8 फीसदी से कम रहने की संभावना व्यक्त की है। इसके साथ ही विशेषज्ञों ने देश की जनता पर महंगाई के प्रभाव को कम करने के लिए तेल पर एक्साइज ड्यूटी घटाने की मांग की है।