जम्मू। दो साल बाद फिर 30 जून 2022 से अमरनाथ यात्रा के शुरुआत को मंजूरी दे दी गई है। यह यात्रा 43 दिनों तक चलेगी। इस खबर के बाद खूबसूरत प्राकृतिक नजारे लेते हुए इस रोमांचकारी अमरनाथ यात्रा के श्रद्धालुओं में खुशी फैल गई है। अमरनाथ श्राइन बोर्ड की हाल ही में उच्च स्तरीय बैठक हुई जिसकी अध्यक्षता उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने किया। खास बात यह है कि श्रद्धालुओं को पंजीकरण कराते समय पूरी तरह से फिटफाट होने का प्रमाण पत्र प्रस्तुत करना होगा। 13 साल से कम तथा 75 साल से अधिक उम्र के लोगों को यात्रा में जाने की मंजूरी नहीं दी जाएगी।
बैठक में इस बात पर जोर दिया गया कि अमरनाथ यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालुओं में अधिकतर हार्ट अटैक से या हृदय संबंधी रोगों से मौत होती है। इस पर रोकथाम के लिए जरूरी है कि पंजीकरण कराते समय चिकित्सा प्रमाण पत्र को जरुरी कर दिया जाय। इस बार की अमरनाथ यात्रा में करीब दस लाख लोगों के आने की संभावना जताई गई है और सुविधाओं को लेकर इसकी व्यवस्था की जा रही है। एक अप्रैल से पंजीकरण भी शुरु हो जाएगा। यात्रा में शामिल होने वाले श्रद्धालुओं को पूरी तरह से स्वस्थ रहना जरूरी है यानी बिना फिटनेस मेडिकल सर्टिफिकेट के कोई भी इस यात्रा में शामिल नहीं होगा। यात्रा के दौरान मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। पंजाब नेशनल बैंक, जम्मू कश्मीर बैंक, यस बैंक आदि की सभी शाखाओं में यात्री पंजीकरण की सुविधा दी जाएगी और प्रतिदिन करीब बीस हजार लोगों का पंजीकरण किया जा सकता है।
समय से पहले पंजीकरण खोलने का अर्थ यह है कि किसी भी यात्री को परेशानी ना हो। पंजीकृत श्रद्धालुओं का अमरनाथ श्राइन बोर्ड की ओर से नि:शुल्क दुर्घटना बीमा किया जाएगा। गुफा तक पहुंचने के दोनों ही रास्तों चाहे बालटाल से यात्रा शुरु हो या पहलगाम से, दोनों ही रास्तों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं। यात्रा कैंप के लिए मास्टर प्लान तैयार कर लिया गया है। यात्रा के दौरान लगाए जाने वाले लंगर को भी मंजूरी दे दी गई है। अब दो साल बाद शुरु हो रही इस यात्रा को लेकर जहां श्रद्धालुओँ में उत्साह दिखाई दे रही है वहीं सुरक्षात्मक और सकुशल सम्पन्न कराने के लिए स्थानीय प्रशासन भी जोर शोर से तैयारी में लग गया है।