जम्मू-कश्मीर। बाबा भोलेनाथ के भक्तों के लिए दो वर्ष बाद फिर अमरनाथ यात्रा शुरू होने की खबर बहुत आनंददायी है। इस वर्ष अमरनाथ यात्रा 30 जून से 11 अगस्त तक होगी। जिसके लिए सभी प्रकार के दिशा-निर्देश और जरूरी बातों को बता दिया गया है।
श्रद्धालु वेबसाइट, बैंक, एप्लीकेशन या अमरनाथ पहुंचकर यात्रा का पंजीकरण करा सकते है। अमरनाथ श्राइन बोर्ड के सीइओ नितीश्वर कुमार ने जानकारी दी है कि यात्रियों के लिए हेलीकॉप्टर की सेवा बालटाल और नुनवान पर होगी। इस बार करीब 8 लाख लोगों के आने की उम्मीद है।
ये भी बताया गया है कि इस बार बोर्ड द्वारा श्रद्धालुओं को RFID टैग दिए जाएंगे, जिससे यात्रा के दौरान उनको ट्रैक किया जा सके। इसके अलावा समय-समय पर उनको मौसम का अपडेट भी दिया जाएगा। इस बार श्रद्धालुओं का बीमा कवर भी बढ़ा कर 3 लाख से 5 लाख रुपए किया गया है।
वैसे इस बार की अमरनाथ यात्रा ज्यादा खास इसलिए भी रहने वाली है, क्योंकि पूरे दो वर्ष बाद बाबा बर्फानी के द्वार खोले गए हैं। कोरोना की वजह से दो साल से अमरनाथ यात्रा संभव नहीं हो पा रही थी। कभी केस बढ़ने की वजह से तो कभी कोरोना नियमों की वजह से यात्रा प्रतिबंधित रही। अब स्थिति सामान्य है, ऐसे में भक्तों के लिए अमरनाथ यात्रा को भी हरी झंडी दिखा दी गई है।
बताया गया है कि श्रद्धालु आधिकारिक वेबसाइट https://jksasb.nic.in/ पर जाकर अमरनाथ यात्रा के लिए रेजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। 11 अप्रैल से रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इस बार बड़ी संख्या में भक्त इस यात्रा पर आने वाले हैं, ऐसे में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएंगे।
वहां के इंतजामों को लेकर जम्मू कश्मीर पुलिस और अन्य आला अधिकारियों की बैठकों का दौर भी चल रहा है। यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा के सभी मुद्दों पर चर्चा के साथ ही कोरोना नियमों का सख्ती से पालन हो, इस पर भी पूरा जोर दिया जाएगा।