फाइनेंस। आपको ये तो पता ही होगा की पर्सनल लोन के अगर फायदे हैं, तो इसके कुछ नुकसान भी हैं। ऐसे में लोगों को पर्सनल लोन लेने में काफी कंफ्यूजन हो जाती हैं। जिससे आप में से कई लोगों के मन में ये सवाल आता होगा कि क्या पर्सनल लोन लेना चाहिए? इसके लिए सबसे पहले यह समझना होगा कि अपको लोन की कितनी जरूरत है, इसके बाद आप पर्सनल लोन के फायदे और नुकसान के बारे में सोचें। तो चलिए, आपको पर्सनल लोन के बेसिक फायदे और नुकसान के बारे में बताते हैं।
ब्याज की उच्च दरें
- पर्सनल लोन की ब्याज दरें अन्य लोन (होम लोन, कार लोन, गोल्ड लोन) की ब्याज दरों से ज्यादा होती हैं। ऐसे में व्यक्ति को ज्यादा ब्याज चुकाना पड़ता है।
इस्तेमाल पर कोई प्रतिबंध नहीं
- पर्सनल लोन की राशि को इस्तेमाल करने का कोई दायरा फिक्स नहीं होता। पर्सनल लोन लेने वाला व्यक्ति उस राशि को किसी भी वैध कार्य के लिए इस्तेमाल कर सकता है जबकि अन्य कई तरह के लोन ऐसे होते हैं, जो स्पेसिफिक काम के लिए ही लिए इस्तेमाल किए जाते हैं।
इनकम प्रूफ और सिबिल स्कोर
- बैंक, बिना किसी इनकम प्रूफ के पर्सनल लोन नहीं देते हैं जबकि गोल्ड लोन या प्रॉपर्टी लोन के लिए इनकम प्रूफ की जरूरत नहीं होती है।
कोलेट्रल की जरुरत नहीं
- आपको बता दें कि पर्सनल लोन लेने के लिए आवेदक को कोई सिक्योरिटी देने की जरूरत नहीं होती। कोई भी बैंक आमतौर पर लोन की ब्याज दर तय करने के लिए लोन लेने वाले की आय, क्रेडिट स्कोर, कैश-फ्लो और रिपेमेंट क्षमता आदि का मूल्यांकन करता है और उसी के आधार पर लोन और ब्याज दर तय करता है।