मुंबई। 2025 तक डाटा सेंटर की क्षमता बढ़कर दोगुना होने का अनुमान है। वर्तमान में यह 870 मेगावाट है, जो बढ़कर 1,700 से 1,800 मेगावाट हो सकता है। साथ ही इसमें 40,000 करोड़ रुपये के निवेश का अनुमान है।
एक रिपोर्ट के अनुसार, बढ़ते डिजिटाइजेशन व स्थानीयकरण के साथ इस वर्ष के अंत तक 5जी सेवाओं के शुरू होने से डाटा की मांग में वृध्दि आएगी। क्रिसिल की रिपोर्ट में कहा गया है कि डाटा केंद्रों की मांग और क्लाउड स्टोरेज में पिछले कुछ समय से तेजी आ रही है।