इन योगासनों की मदद से कम करें कोलेस्ट्रॉल…

योग। वैश्विक स्तर पर बढ़ते हृदय रोगों के प्रमुख कारक के रूप में कोलेस्ट्रॉल को देखा जा रहा है। शरीर में बढ़ता कोलेस्ट्रॉल हृदय रोगों और गंभीर स्थितियों में हार्ट अटैक की समस्या का प्रमुख कारण हो सकता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ बढ़ते कोलेस्ट्रॉल के खतरे को लेकर सभी लोगों को अलर्ट रहने और खान-पान को स्वस्थ रखने पर ध्यान देते रहने की सलाह देते हैं।

आहार में सुधार करने के साथ यदि दिनचर्या में योगाभ्‍यास को शामिल किया जाए तो विशेषज्ञ मानते हैं कि- निश्चित ही योग का अभ्यास कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के कारण होने वाली समस्याओं से बचाने में काफी सहायक है। योगासन न केवल कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कंट्रोल करते हैं साथ ही तनाव और रक्तचाप को भी नियंत्रित करते हुए हृदय रोगों से आपको सुरक्षित रखने में सहायक हैं।

आइए जानते हैं किन योगासनों को जीवनशैली में शामिल करके कोलेस्ट्रॉल के खतरे को कम किया जा सकता है

कोलेस्ट्रॉल के स्तर में कमी:-

कुछ अध्ययनों में लिपिड स्तर पर योग के अभ्यास की प्रभावशीलता के बारे में पता चलता है। अध्ययन में पाया गया कि जिन प्रतिभागियों ने नियमित रूप से योगासनों का अभ्यास किया उनमें कोलेस्ट्रॉल का स्तर अन्य लोगों की तुलना में 30% तक कम पाया गया।

बैड कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में भी दैनिक रूप से योगाभ्यास की आदत को लाभदायक बताया गया है। बैड कोलेस्ट्रॉल, बढ़ते हृदय रोगों का प्रमुख कारण माना जाता है। आइए जानते हैं कि किन योगासनों द्वारा इसमें सबसे फायदेमंद पाया गया है

बालासन योग:-

चाइल्ड पोज या बालासन योग को शरीर को आराम देने वाले अभ्यासों में से एक माना जाता है। यह आसन आपकी मांसपेशियों, नसों, रीढ़, मस्तिष्क और पेट के अंगों को आराम दिलाने में काफी सहायक होती है। कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कंट्रोल करते हुए हृदय रोगों के खतरे को कम करने में भी बालासन योग के नियमित अभ्यास को फायदेमंद माना जाता है। सभी उम्र के लोगों के लिए इस आसान का अभ्यास लाभकारी हो सकता है।

विपरीत करणी मुद्रा:-

विपरीत करणी मुद्रा या लेग्स अप द वॉल योग, हृदय में रक्त के प्रवाह को व्यवस्थित रखने और कई प्रकार के रोगों के जोखिम को कम करने में मदद करती है। इस योग का अभ्यास करने से चिंता को कम करने, रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित रखने में मदद मिल सकती है। विपरीत करणी योग मुद्रा का नियमित अभ्यास करना पैरों से लेकर हृदय की सेहत को बेहतर बनाए रखने में काफी मददगार है।

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