काम की खबर। दुनिया में ऐसे बहुत सारे निवेशक हैं, जो एकमुश्त निवेश करना चाहते हैं, पर उनके लिए दिक्कत ये होती है कि यह निवेश को कैसे किया जाए। ऐसे में म्यूचुअल फंड की बूस्टर एसटीपी स्कीम उनकी इस समस्या को दूर करती है। यह एक ऐसी स्कीम है, जो एकमुश्त रकम को किश्तों की तरह निवेश करती है।
एसटीपी का मतलब सिस्टैमैटिक ट्रांसफर प्लान से है। जब बूस्टर की बात आती है, तो यह सामान्य एसटीपी की तुलना में बेहतर काम करता है। बूस्टर एसटीपी आपकी मूल रकम का 0.1 गुना से लेकर 5 गुना तक किस्तों के रूप में निवेश करता है, जो इक्विटी के मूल्यांकन इंडेक्स पर आधारित होता है।
आंकड़े बताते हैं कि जब यूरोपियन संकट और कोविड के समय बाजार में भारी गिरावट थी, तब इसने ज्यादा निवेश शेयर में किया। बूस्टर एसटीपी में दरअसल, आप एकमुश्त पैसा डाल सकते हैं। इसके बाद यह स्कीम बाजार की स्थितियों के आधार पर उसे किस्तों के रूप में निवेश करती है।
उदाहरण के तौर पर अगर आपने 12 लाख रुपए जनवरी 2019 में इस स्कीम में लगाया होगा, तो यह रकम इसने अगस्त 2020 तक बाजार में अलग-अलग समय में निवेश किया है। कभी इसने 50,000 रुपए का निवेश किया, तो कभी 10 हजार रुपए तो कभी 2.84 लाख रुपए तक का निवेश किया है। इससे पता चलता है कि यह बाजार को पूरी तरह से समझ कर आपकें पैसों के निवेश पर फोकस करती है।
निफ्टी 50 इंडेक्स में अगर पिछले पांच साल के आंकड़े की जांच करें, तो पता चलता है कि बूस्टर एसटीपी ने 11.9 फीसदी सीएजीआर की दर से रिटर्न दिया, जबिक सामान्य एसटीपी का रिटर्न 9.8 फीसदी रहा।
निफ्टी 500 इंडेक्स में बूस्टर का रिटर्न 12.5 और सामान्य का रिटर्न 10.1, निफ्टी स्मालकैप में बूस्टर का 12.9 और सामान्य का 9.8 तथा निफ्टी मिडकैप 150 में बूस्टर का रिटर्न 15.5 और सामान्य एसटीपी का रिटर्न 12.4 फीसदी का रहा है।
आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल के बूस्टर एसटीपी में किसी ने जुलाई, 2021 में 12 लाख रुपए का निवेश किया होगा, तो यह रकम अब 12.13 लाख रुपए बन गई है, जबकि यही रकम सामान्य एसटीपी में घटकर 11.20 लाख रुपए रह गई है। इस आधार पर देखा जाए तो सामान्य एसटीपी की तुलना में बूस्टर एसटीपी ने 8.29 फीसदी की फायदा दिया है।