एक्सपायर्ड मेकअप प्रोडक्ट्स त्‍वचा को पहुंचाते हैं नुकसान…

ब्‍यूटी टिप्‍स। कई महिलाओं को मेकअप प्रोडक्ट्स खरीदने का बहुत शौक होता है लेकिन वह प्रोडक्ट की एक्सपायरी डेट और शैल्फ लाइफ पर ध्यान ही नहीं देतीं। मेकअप करना और मेकअप प्रोडक्ट्स खरीदना ज्यादातर लड़कियों को पसंद है लेकिन इससे भी जरूरी है इन प्रोडक्ट्स की शैल्फ लाइफ के बारे में जानकारी होना। एक्सपायर हो चुका मेकअप प्रोडक्ट हमारी स्किन के लिए बहुत खतरनाक हो सकता है।

एक्सपायरी प्रोडक्ट यूज करने से स्किन पर दानें, पिंपल्स और खुजली की समस्या हो सकती है। वैसे तो कई प्रोडक्ट्स पर एक्सपायरी डेट मेंशन होती है लेकिन जिन पर डेट लिखी नहीं होती, उन्हें इन टिप्स की मदद से पहचान सकते हैं.

स्मैल करें:-

हर मेकअप प्रोडक्ट की एक एक्सपायरी डेट होती है। कुछ तीन से छह महीने में तो कुछ 1 से 2 साल में एक्सपायरी हो जाते हैं। प्रोडक्ट एक्सपायरी है या नहीं इसके लिए उसे स्मैल करके पहचानें। प्रोडक्ट यदि पुराना हो गया है तो उसकी स्मैल बदल जाएगी। प्रोडक्ट में खुशबू की जगह बदबू आने लगती है।

हर प्रोडक्ट की अलग शैल्फ लाइफ:-
हर प्रोडक्ट की शैल्फ लाइफ अलग होती है। फाउंडेशन जहां मैन्युफैक्चरिंग डेट से लगभग दो साल तक चल जाता हैं, वहीं काजल और मस्कारा 6 महीने से 1 साल के अंदर खराब हो जाते हैं। इसके साथ ही पुरानी लिपस्टिक का ऑयल भी निकलने लगता है।

आई पेंसिल है लॉन्ग लास्टिंग:-
आई ब्रो पेंसिल और आई लाइनर पेंसिल काफी लंबे समय तक चल जाती हैं। इनका यूज करने के लिए इन्हें हमेशा शार्प करना पड़ता है जिस वजह से इनका डेड पार्ट निकल जाता है। इनकी एक्सपायरी डेट एक से डेढ़ साल हो सकती है।

कलर में आता है अंतर:-
वैसे तो सभी मेकअप प्रोडक्ट काफी कलरफुल होते हैं लेकिन एक्सपायर होने पर इनके कलर में चेंज आना शुरू हो जाता है। जैसे फेस पाउडर स्किन कलर से बदलकर आरेंज या येलो हो जाता है। साथ ही कई प्रोडक्ट्स लगाने पर ​खुरदुरे महसूस होते हैं।

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