हेल्थ। हमारे ब्लड में कोलेस्ट्रॉल का लेवल बढ़ने पर यह खून की नसों में जम जाता है। जिसके कारण शरीर के कई अंगों में ब्लड फ्लो प्रभावित हो जाता है। कई बार इसके कारण हार्ट अटैक और स्ट्रोक की समस्या आ जाती है। कोलेस्ट्रॉल हमारे लिवर में बनता है। कोलेस्टॉल वैसे तो किसी भी शारीरिक गतिविधि के लिए ज़रूरी होता है, लेकिन इसकी मात्रा बढ़ना मुसीबत का कारण बन जाता है।
अच्छे खानपान से शरीर में कोलेस्ट्रॉल का स्तर कंट्रोल किया जा सकता है। हाई कोलेस्ट्रॉल का खतरा पुरुष और महिलाओं में बराबर होता है। आइए जानते हैं कि किस उम्र के लोगों को इसका खतरा ज्यादा होता है-
इस उम्र के लोगों को ज्यादा खतरा:-
कोलेस्ट्रॉल बढ़ने का खतरा उम्र बढ़ने के साथ ज्यादा होता जाता है। 45 साल या इससे अधिक उम्र के पुरुषों को हाई कोलेस्ट्रॉल का जोखिम अधिक होता है। वहीं 55 या इससे ज्यादा उम्र की महिलाओं को कोलेस्ट्रॉल लेवल हाई होने का ज्यादा खतरा होता है। कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ने से शरीर में कई बीमारियां हो सकती हैं। इनमें सबसे ज्यादा हार्ट डिजीज, स्ट्रोक और पेट की दिक्कतें शामिल हैं। 50 की उम्र से ज्यादा के लोगों के लिए कोलेस्ट्रॉल और हार्ट डिजीज का खतरा कम उम्र वाले लोगों की अपेक्षा ज्यादा होता है। इसकी वजह से लोग उम्र से पहले बूढ़ा और थका हुए महसूस करते हैं। कोलेस्ट्रॉल जब खून की नसों में जम जाता है, तब ब्लॉकेज की समस्या हो जाती है।
जानें हाई कोलेस्ट्रॉल के प्रमुख कारक:-
- ज्यादा तला हुआ खाना और जंक फूड।
- बिल्कुल फिजिकल एक्टिविटी न करना।
- अत्यधिक स्मोकिंग या एल्कोहल का सेवन।
- आनुवांशिक कारणों से हो सकती है समस्या।
डायबिटीज भी बढ़ा सकती है कोलेस्ट्रॉल
कई स्टडी से पता चला है कि टाइप 2 डायबिटीज गुड कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम कर सकती है और ट्राइग्लिसराइड्स को बढ़ा सकती है। अनहेल्दी डाइट और शारीरिक व्यायाम की कमी इस बीमारी के प्रमुख कारण हैं। हार्ट डिजीज हाई कोलेस्ट्रॉल से सबसे अधिक मौतों का कारण बनती हैं।