रिलेशनशिप। छोटे बच्चे काफी नटखट स्वभाव के होते हैं। ऐसे में बच्चे अक्सर शैतानी करते रहते हैं। मगर कुछ बच्चे काफी ज्यादा शैतानी करते है। जिन्हें सुधारना माता-पिता के लिए भी मुश्किल टास्क बन जाता है। हालांकि अगर आपका बच्चा भी हद से ज्यादा शैतानी करता है तो बच्चों के प्रति पेरेंट्स का रवैया उन्हें बेहतर इंसान बनाने में मददगार साबित हो सकता है। बच्चों को शैतानी करते देखकर ज्यादातर पेरेंट्स गुस्से में रिएक्ट कर देते हैं। जिसके चलते बच्चे पेरेंट्स से छुपकर शैतानी जारी रखते हैं। ऐसे में अभिभावक अगर चाहें तो कुछ गलतियों को अवॉयड करके बच्चों की शैतानी छुड़वा सकते हैं। तो आइए जानते हैं कि बच्चों को शैतानी करने से कैसे रोके।
बच्चों को मारने से बचें :-
अक्सर बच्चों को शैतानी करता देखकर माता-पिता गुस्से में बच्चों पर हाथ उठा देते हैं। मगर इससे बच्चों पर काफी बुरा असर पड़ता है। इसलिए बच्चों के सामने गुस्से में रिएक्ट बिल्कुल न करें। खासकर दूसरों के सामने बच्चों को शर्मिंदा करने से बचें।
बच्चों को बनाएं रिस्पॉंसिबल :-
ज्यादातर पेरेंट्स काम बिगड़ने के डर से शैतान बच्चों से कोई काम नहीं करवाते हैं। हालांकि बच्चों को घर के छोटे-छोटे काम सौंप कर आप उन्हें जिम्मेदार बना सकते हैं। वहीं बच्चों से गलती होने पर आप उनको नॉर्मल सजा भी दे सकते हैं। इससे बच्चे बिना गलती किए घर के काम खत्म करने की कोशिश करेंगे।
तेज आवाज में न करें बात :-
अगर पेरेंट्स गुस्से में चिल्लाते है तो बच्चे भी देखकर उनकी नकल उतारने लगते हैं। ऐसे में बच्चे भी कुछ समय में सबसे चिल्लाकर बात करना शुरू कर देते हैं। इसलिए बच्चों को शोर मचाता देखकर चिल्लाने से बचें और बच्चों को आराम से समझाकर धीरे बोलने के लिए कहें। इससे बच्चे भी आपकी तरह सभी के सामने शांति से पेश आएंगे।
बच्चे की करें तारीफ :-
शैतान बच्चा भी दिन में कभी न कभी शांति से बैठकर खेलने लगता है। ऐसे में बच्चे को शांति से बैठा देखकर उसकी तारीफ जरूर करें। इससे बच्चा पीसफुल एक्टिविटी में इन्वॉल्व रहेगा और धीरे-धीरे शैतानी करना कम कर देगा।
बच्चों को दिखाएं सही रास्ता :-
शरारती बच्चे अक्सर घर में काफी नुकसान कर देते हैं। ऐसे में बच्चों को डांटने या फटकारने की बजाए उन्हें नुकसान को ठीक करना सिखाएं। इससे बच्चों के अंदर सहयोग की भावना पैदा होगी और बच्चे अनुशासन में रहने लगेंगे।