नई दिल्ली। दिल्ली के कर्तव्य पथ पर गणतंत्र दिवस परेड की तैयारियां पूरी हो चुकी है। बुधवार शाम से ही सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त कर दिए गए हैं। बृहस्पतिवार सुबह होने वाली परेड में भारतीय सेना के अलावा कई राज्यों और विभिन्न मंत्रालयों की झांकिया निकलेंगी। वहीं दूसरी तरफ आसमान में एयरफोर्स के विमान भी अपनी रफ्तार और करतब से लोगों को रोमांचित करने को तैयार हैं। केंद्र सरकार से मिले आंकड़ों के मुताबिक, इस बार परेड देखने के लिए 50 से 60 हजार लोगों के कर्तव्य पथ पहुंचने की संभावना है। लेकिन इस बार परेड देखने आने वाले दर्शकों का मजा किरकिरा हो सकता है। क्योंकि मौसम विभाग ने हल्की बूंदाबांदी के आसार बताए हैं। जबकि दिल्ली में अब 29 से 30 जनवरी के आसपास बारिश की संभावना बताई जा रही है।
मौसम विभाग के अनुसार, 23 जनवरी को सक्रिय हुए वेस्टर्न डिस्टर्बेंस की वजह से 25 और 26 जनवरी को पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी की संभावना है। वहीं दिल्ली-एनसीआर में हल्की बारिश हो सकती है। ऐसे में कर्तव्य पथ पर परेड देखने के लिए आने वालों को परेशानी हो सकती है। मौसम विभाग ने आसमान में छाए बादलों को रात में ठंड में कमी के लिए जिम्मेदार ठहराया। बादल दिन में गर्मी को रोक लेते हैं, जिससे रात का तापमान सामान्य से ऊपर रहता है। हालांकि, वे सूर्य की रोशनी को धरती पर पहुंचने से भी रोकते हैं, जिससे दिन के तापमान में कमी आती है।
मौसम पूर्वानुमान एजेंसी स्काईमेट वेदर के मुताबिक, पश्चिमी विक्षोभ उत्तरी पाकिस्तान और उससे सटे जम्मू-कश्मीर पर बना हुआ है। जबकि प्रेरित चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र दक्षिण-पश्चिम राजस्थान और आसपास के क्षेत्रों में बना हुआ है। एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ के 27 जनवरी तक उत्तर पश्चिम भारत और आसपास के पहाड़ी इलाकों में पहुंचने की संभावना है। मौसम वैज्ञानिक महेश पहलावत का कहना है कि पश्चिमी विक्षोभ फिलहाल थोड़ा आगे बढ़ गया है। अब यह 27 जनवरी की रात तक दस्तक देगा। इसके कारण पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और उत्तर प्रदेश में बारिश की संभावना बहुत कम हो गई हैं। 29-30 जनवरी के आसपास हल्की बारिश की संभावना बन रही है। 26 जनवरी के बाद तापमान में थोड़ी गिरावट आएगी। 31 जनवरी के बाद फिर ठंड बढ़ सकती है। लेकिन ज्यादा ठंड नहीं होगी। फरवरी के पहले सप्ताह के बाद ठंड में कमी महसूस होने लगेगी।
मिली जानकारी के मुताबिक, अगले 24 घंटों के दौरान, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में हल्की से मध्यम बारिश और बर्फबारी के साथ कुछ स्थानों पर बारिश और हिमपात संभव है। पंजाब और हरियाणा के उत्तरी जिलों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक दो स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। पश्चिम और मध्य उत्तर प्रदेश के शेष हिस्सों, उत्तर मध्यप्रदेश, मध्यप्रदेश के कुछ हिस्सों, लक्षद्वीप, तमिलनाडु, केरल, तटीय कर्नाटक और उत्तर कर्नाटक और महाराष्ट्र के अलग-अलग हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश संभव है। इसके अलावा जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, उत्तरी हरियाणा, उत्तरी पंजाब और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में ओलावृष्टि की गतिविधियां संभव हैं।