नई दिल्ली। गुरुवार को तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन ने श्रीलंकाई नौसेना की ओर से राज्य के भारतीय मछुआरों को कथित तौर पर परेशान किए जाने की ‘खतरनाक आवृत्ति’ पर चिंता व्यक्त की। साथ ही, उन्होंने केंद्र से श्रीलंका की हिरासत से ऐसे 28 मछुआरों की रिहाई सुनिश्चित करने के लिए हस्तक्षेप करने का आग्रह किया। तमिलनाडु के मछुआरों की गिरफ्तारी का ताजा मामला पीएम नरेंद्र मोदी के ध्यान में लाते हुए स्टालिन ने कहा कि उनमें से 12 मछुआरों को गुरुवार को गिरफ्तार किया गया। इसके साथ ही श्रीलंकाई नौसेना ने मछली पकड़ने वाली दो मशीनीकृत नौकाओं को भी जब्त कर लिया।
सीएम एमके स्टालिन ने कहा कि इस वर्ष ही श्रीलंकाई नौसेना ने अब तक 28 मछुआरों को गिरफ्तार किया और चार मछली पकड़ने वाली नौकाओं को जब्त किया है। उन्होंने कहा कि यह बेहद निराशाजनक है कि हमारे मछुआरों को श्रीलंकाई नौसेना के हाथों लगातार उत्पीड़न का सामना करना पड़ रहा है। तमिलनाडु सीएम के बयान में कहा गया, ‘तमिलनाडु सरकार की ओर से भेजे गए विरोध के कई पत्रों के बावजूद यह उत्पीड़न अब भी जारी है। मछुआरों की गिरफ्तारी की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं।
सीएम स्टालिन ने कहा कि भारत सरकार की कूटनीतिक पहल के बावजूद भारतीय मछुआरों की गिरफ्तारियां और उन पर ”हिंसक” हमले बेरोकटोक जारी हैं। उन्होंने केंद्र से आग्रह किया कि वह पाक खाड़ी में तमिलनाडु के मछुआरों के ”मछली पकड़ने के ऐतिहासिक अधिकारों का उल्लंघन” की श्रीलंकाई नौसेना की कोशिशों को स्थायी रूप से समाप्त करने के लिए ठोस प्रयास करें। उन्होंने ने कहा कि मछुआरों और उनकी नौकाओं को हिरासत में लेने की घटनाओं ने मछुआरा समुदाय के बीच निराशा की गहरी भावना पैदा की है, क्योंकि मछली पकड़ना उनकी आजीविका का एकमात्र साधन है।
सीएम स्टालिन ने कहा कि अब तक तमिलनाडु की मछली पकड़ने वाली 104 नौकाएं श्रीलंका के कब्जे में हैं और श्रीलंका की ओर छोड़ी गई मछली पकड़ने वाली पांच नौकाओं को भी भारत वापस भेजा जाना है। इसके अलावा 16 भारतीय मछुआरे पहले से ही श्रीलंका की जेलों में बंद हैं। सीएम स्टालिन ने इस मामले में पीएम नरेंद्र मोदी के व्यक्तिगत हस्तक्षेप की मांग की। उन्होंने अनुरोध किया कि संबंधित अधिकारियों को श्रीलंकाई नौसेना की ओर से हिरासत में लिए गए सभी 28 मछुआरों और उनकी मछली पकड़ने वाली नौकाओं की रिहाई सुनिश्चित करने के लिए प्रभावी कदम उठाने का निर्देश दिया जाए।