ब्रिटेन । ब्रिटेन के पीएम ऋषि सुनक के इंटरव्यू के दौरान एक महिला की ऐसी कहानी से सामना हुआ, जो आर्थिक संकट की वजह से अंधेरे में रहने को विवश है, क्योंकि वह लाइट बल्ब खरीदने में सक्षम नहीं है। बीबीसी ब्रेकफास्ट कार्यक्रम में कार्नवाल की निक्की नाम की महिला का उदाहरण देते हुए सुनक से लीविंग कॉस्ट के बारे में सवाल किया गया।
बीबीसी के प्रेजेंटर जोन के ने कहा कि निक्की नाम की महिला केयरटेकर के रूप में काम करती हैं, उसे 10.15 पाउंड प्रति घंटे मिलते हैं। उसकी रसोई इस हफ्ते अंधेरे में है। क्योंकि वह रसोई के लिए लाइट बल्ब का खर्च नहीं उठा सकती, जब तक उसकी बेटी को अगले सप्ताह भुगतान नहीं मिल जाता है। वह सोशल केयर में काम कर रही है।
प्रेजेंटर ने कहा कि यह भरोसा करना मुश्किल है कि आप ब्रिटेन में 2023 में हैं। आप चांसलर थे, आप ट्रेजरी के मुख्य सचिव रहे हैं। अब आप प्रधानमंत्री हैं। मेरा मतलब है कि इस अर्थव्यवस्था में आपके फिंगरप्रिंट्स हैं। है ना? इस पर सुनक ने जवाब दिया, मुझे वास्तव में गर्व है कि प्रधानमंत्री बनने के बाद हमने जो चीजें कीं, उनमें से एक यह थी कि हमने कहीं और कुछ कठिन फैसले लिए। उदाहरण के लिए हम जिन परिस्थितियों में हैं, उन्हें देखते हुए हमने सबसे बड़ी कंपनियों के मुनाफे पर ज्यादा टैक्स लगाने का फैसला किया। सुनक ने कहा कि हम उन परिस्थितियों में लोगों की मदद करने के लिए पैसे का इस्तेमाल कर रहे हैं। हम वास्तव में सोशल केयर में ज्यादा पैसे लगा रहे हैं।
सुनक ने कहा, हम निक्की की मदद कर रहे हैं। हम हर जगह सोशल केयर में अरबों पाउंड डाल रहे हैं। इससे हमें यह सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी कि निक्की को अच्छी तरह भुगतान किया जा सके। हम सुनिश्चित कर रहे हैं कि निक्की के बिजली के बिल का सरकार द्वारा ध्यान रखा जाए।