बिहार। अपने कारनामों से चर्चाओं में रहने वाले सीवान के बड़हरिया से JDU के पूर्व विधायक श्याम बहादुर सिंह एक बार फिर चर्चाओं में आ गये है। इस बार वे अपने कारनामों से चर्चा में नहीं बल्कि पुलिस की छापेमारी से चर्चा में हैं। सीवान पुलिस ने डीएसपी के नेतृत्व में शराब बेचे जाने की सूचना पर उनके घर पर छापेमारी की। लेकिन छापेमारी के दौरान पुलिस के हाथ कुछ भी नहीं लगा। उन्हें खाली हाथ ही लौटना पड़ा। जिसके बाद से सीवान में बखूबी चर्चा हो रही है।
मिली जानकारी के अनुसार अज्ञात व्यक्ति के द्वारा पूर्व जदयू के विधायक श्याम बहादुर सिंह के घर शराब होने व बेचने की सूचना प्रशासन को दिया गया था। जिसके बाद सीवान प्रशासन हरकत में आया और डीएसपी के नेतृत्व में टीम गठित कर छापेमारी की। छापेमारी के दौरान कई थानों की पुलिस भी साथ थी लेकिन इस दौरान मकान से कुछ भी बराबर नहीं हुआ। जबकि बताया जा रहा है कि छापामारी के दौरान पूर्व विधायक श्याम बहादुर सिंह आवास पर ही थे।
शिकायत पर हुई छापेमारी
पुलिस अधीक्षक शैलेश कुमार सिन्हा ने बताया कि अज्ञात व्यक्ति ने पुलिस को पूर्व विधायक के खिलाफ एक लिखित शिकायत दी थी, जिसमें पूर्व विधायक के शराब पीने और बेचने का जिक्र किया गया था। जिसको लेकर तरवारा स्थित श्याम बहादुर के घर पर पुलिस जांच करने पहुंची थी। जिस समय पुलिस टीम पूर्व विधायक के घर पहुंची थी, उस समय श्याम बहादुर अपने घर पर ही मौजूद थे। लेकिन इस दौरान पुलिस को पूर्व विधायक के घर से किसी भी तरह का आपत्तिजनक सामान बरामद नहीं हुआ।
मैं अब शराब नहीं पीता हूं
पूर्व विधायक श्याम बहादुर सिंह ने छापेमारी मामले के दौरान कहा कि पुलिस टीम घर पर आई हुई थी, पुलिस को किसी ने लिखित शिकायत दी थी कि पूर्व विधायक शराब पीते और बेचते हैं। लेकिन पुलिस को घर से कुछ भी बरामद नहीं हुआ। पूर्व विधायक ने साफ-साफ कहा कि वह पहले शराब पीते थे, लेकिन अब नहीं पीते हैं। बिहार में शराबबंदी है और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इसको लेकर सख्त हैं।